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Gorakhpur News: अमर प्रेम की रुला देने वाली कहानी, आधे रास्ते पहुंची थी पत्नी की शव यात्रा, पति ने भी तोड़ दिया दम, एक चिता पर हुआ दाह संस्कार

Gorakhpur News: गोला क्षेत्र में बुजुर्ग महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार के लोग घाट ले जा रहे थे, इसी बीच पति ने भी घर पर दम तोड़ दिया। आधे रास्ते पहुंची यात्रा को रोक कर बुजुर्ग के शव को भी अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा।

Purnima Srivastava
Published on: 20 Feb 2025 8:10 AM IST
Gorakhpur Love Story
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Gorakhpur Love Story News (Photo Social Media)

Gorakhpur Love Story News: उत्तर प्रदेश में गोरखपुर में पत्नी-पति के अटूट रिश्ते का एक किस्सा चर्चा में है। गोला क्षेत्र में बुजुर्ग महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार के लोग घाट ले जा रहे थे, इसी बीच पति ने भी घर पर दम तोड़ दिया। आधे रास्ते पहुंची यात्रा को रोक कर बुजुर्ग के शव को भी अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा। पति-पत्नी के अटूट रिश्ते की चारों तरफ चर्चा हो रही है।

गोला क्षेत्र के ग्राम पंचायत पाण्डेपार उर्फ डड़वा निवासी लालबचन यादव (85) काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। इधर, पत्नी सोनमती देवी (82) भी कुछ दिनों से बीमार थीं। 18 फरवरी की रात में सोनमती की मौत हो गई। परिवारीजनों ने बीमारी के चलते लाल बचन को इसकी भनक नहीं लगने दी। लालबचन का बिस्तर घर के बरामदे में बनी एक कोठरी में लगा दिया गया था। उधर, सोनमती की मौत की खबर सुनकर बुधवार की सुबह से घर पर रिश्तेदार आने लगे। दरवाजे पर भीड़ बढ़ती देखकर लालबचन ने अपनी पुत्री उषा से पूछा कि दरवाजे पर क्या हो रहा है? तब पुत्री ने पिता को मां के निधन की जानकारी दी। परिवार के लोग बुजुर्ग महिला के संस्कार को घर से निकल गए। कुछ देर में ही बुजुर्ग पति की भी मौत हो गई।

शव यात्रा को रास्ते में रोकना पड़ा

इस बीच परिजन सोनमती का शव लेकर गोला के मुक्ति धाम के लिए निकल गए थे। शव यात्रा डड़वापार चौराहे पर पहुंची थी कि परिजनों को सूचना मिली कि लालबचन भी नहीं रहे। इसके बाद चौराहे पर शव यात्रा रोक कर परिजन घर आए और लालबचन के अंतिम यात्रा की तैयारी कर डंडवा पार चौराहे पर पहुंचे। वहां से दोनों की शवयात्रा एक साथ मुक्ति धाम गोला पहुंची और पति-पत्नी को एक ही चिता पर जलाया गया। मुखाग्नि बड़े बेटे राजनाथ उर्फ राजू ने दी। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही। पति-पत्नी का करीब 68 साल का साथ रहा। लालबचन यादव का भरा पूरा परिवार है। उनके चार पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। सभी की शादी हो गई है।



Ramkrishna Vajpei

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