TRENDING TAGS :
Gorakhpur News: तोते ने निगल ली निडिल कैप, बंद हो गई आवाज, 40 मिनट हुई सर्जरी, होश आते ही बोला...राम राम
Gorakhpur News: रोज की तरह अनिल कुमार पानी पिला रहे थे कि तोता ने कैप निगल लिया। इसके बाद उसकी आवाज बंद हो गई।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में डॉक्टरों ने यादगार सर्जरी की। सर्जरी पालतू तोते की। जिसने निडिल कैप निगल ली थी। उसकी हालत खराब होते देखा गया तो सर्जरी का निर्णय लिया गया। पशु चिकित्सक बुलाए गए। बेहोशी के डॉक्टर भी आए। करीब 40 मिनट तक सर्जरी हुई। अब तोते की स्थिति ठीक है। वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है। घाव भरने के लिए पांच दिन तक उसे एंटीबायोटिक की ओरल डोज दी जाएगी। सर्जरी के तीन घंटे बाद होश आया तो आवाज भी आ गई। इसके बाद जब तोते ने राम राम बोला तो सभी के सांस में सांस आई।
गीतावाटिका शाहपुर के रहने वाले अनिल कुमार गुरुवार दोपहर अपने पालतू तोते को लेकर शाहपुर स्थित आश्रय पेट केयर क्लीनिक पहुंचे। उन्होंने चिकित्सक डॉ. हरेन्द्र चौरसिया को बताया कि वह अपने तोते को निडिल के कैप से पानी पिलाते हैं। रोज की तरह वह पानी पिला रहे थे कि तोता ने कैप निगल लिया। इसके बाद उसकी आवाज बंद हो गई। डॉ. चौरसिया ने तत्काल सर्जन डॉ. आरपी यादव को बुलाया और ऑपरेशन कर कैप निकालने का निर्णय लिया। डॉ. चौरसिया और डॉ. आरपी यादव ने करीब 40 मिनट तक आपरेशन करके निडिल कैप बाहर निकाला। बेहोशी के डॉक्टर अजय ने बताया कि बेहोशी की दवा मरीजों को वजन के हिसाब से दी जाती है। डोज थोड़ी भी अधिक या कम होने पर दिक्कत हो सकती है।
एक्सरे हुआ, आपरेशन थियेटर को स्टरलाइज किया, फिर हुआ ऑपरेशन
तोते को किसी तरह से कोई संक्रमण न हो जाए, इसके लिए क्लीनिक के ऑपरेशन थिएटर को पूरी तरह से स्टरलाइज किया गया। इसके बाद एक्स-रे के लिए कैप की लोकेशन जांची गई। फिर 0.2 एमएल एनेस्थीसिया दी गई। तोते के बेहोश हो जाने के बाद 8 अगस्त को करीब 2.30 बजे सर्जरी शुरू की गई। दो चिकित्सकों की टीम ने करीब 40 मिनट तक ऑपरेशन कर निडिल कैप बाहर निकाली। ऑपरेशन के बाद पुरुषों की सर्जरी में प्रयोग होने वाला टांका लगाया गया, जो कुछ दिन बाद अपने-आप नष्ट हो जाएगा। सफल ऑपरेशन के बाद शाम करीब पांच बजे तोते ही हल्की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद तोते के पालकों की जान में जान आई। ऑपरेशन करने वाले डॉ. हरेन्द्र चौरसिया और सर्जन डॉ. आरपी यादव ने बताया कि ऑपरेशन सफल हुआ है। चार से पांच दिन तक तोते को दवा दी जाएगी। वह पूरी तरह ठीक है।