Gorakhpur News: विधायक की सुरक्षा मामले में पुलिस ने दी सफाई, कहा- STF यूनिट कर रही जांच

Gorakhpur News: पुलिस ने बताया कि वर्तमान में उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। इस समय उनके सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी (1-4 की गार्ड तथा 6 पी०एस०ओ० 8-8 घण्टे के लिये) तैनात है।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 18 July 2024 5:39 PM GMT (Updated on: 18 July 2024 5:45 PM GMT)
Gorakhpur News
X

Gorakhpur News (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह के सुरक्षा मामले में पुलिस ने नई जानकारी दी है। गोरखपुर पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक इस मामले की जाँच पुलिस अधीक्षक उत्तरी गोरखपुर के निर्देशन में एसओजी, स्वॉट व सर्विलॉस टीम को सौपी गयी है। जिसमें बीजेपी एमएलए द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर पूछताछ व सर्विलांस के माध्यम से तथ्यों की जानकारी की कार्यवाही चल रही है। इस सम्बन्ध में स्थानीय एसटीएफ यूनिट भी अपने स्तर से जांच कर रही है।

विधायक की सुरक्षा में तैनात हैं इतने सुरक्षा कर्मी

पुलिस के मुताबिक, वर्तमान में उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। इस समय उनकी सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी (1-4 की गार्ड तथा 6 पीएसओ 8-8 घण्टे के लिये) तैनात हैं। साथ ही समय-समय पर उनकी सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। पुलिस के अनुसार, उन्होंने जिस व्यक्ति का नाम प्रार्थनापत्र में दिया है, उसकी माता का नाम सरोज देवी है, जो वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी से जिला पंचायत सदस्य हैं।

भाजपा विधायक ने सीएम से लगायी थी सुरक्षा की गुहार

बता दें कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के कैम्पियरगंज विधानसभा से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने खुद की हत्या की सुपारी को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। सरकार के खिलाफ उनके सुर बेहद तल्ख हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधियों ने पांच करोड़ रुपए में मेरी हत्या की सुपारी दी है, जिसमें से एक करोड़ रुपए चंदा के जरिये जुटा भी लिए गए हैं। जिस शूटर को हत्या की सुपारी दी गई थी, उसने ही मुझे बताया है। चार से पांच दिन में शूटर के साथ ही हत्या की साजिश करने वाले का नाम भी उजागर कर दूंगा।

मैं तो चाहता हूं कि मेरे जिंदा रहते....

भाजपा विधायक ने कहा कि हत्या की साजिश रचने वालों में पुलिस भी शामिल है। थानेदार भी मिला हुआ है। मैं तो चाहता हूं कि मेरे जिंदा रहते मुझसे जानकारी ले ली जाए। मरने के बाद थोड़े ही कुछ बता पाऊंगा। विधायक का आरोप है कि 11 दिन पहले ही मुख्यमंत्री को इस घटना की सूचना दे दी थी। इसके बाद भी पुलिस से लेकर किसी जांच एजेंसी ने कोई पूछताछ नहीं की। लंबी चुप्पी से संदेह बढ़ता देख केन्द्रीय नेतृत्व को पूरी जानकारी दिया हूं। फतेह बहादुर गुस्से में हैं। उनका कहना है कि मैं सरकार में नहीं हूं। सरकार के सदन का सदस्य हूं। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक होने के नाते मेरी सुरक्षा सरकार का दायित्व है। एसटीएफ जांच कर ले स्थानीय पुलिस को हटा कर, साफ हो जाएगा कि बैंक लूट के समय अपराधी को कौन बचाता था। कौन थाने में उसे चाय पिलाता था।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story