TRENDING TAGS :
औद्योगिक गलियारे को रफ्तार के लिए Gorakhpur में बनेगा रेल बाईपास
Gorakhpur News: गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने सरदारनगर से खजनी तक बाईपास बनाने की कवायद शुरू की है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में धुरियापार क्षेत्र में विकसित होने वाले औद्योगिक गलियारे को लेकर सरकार ने अच्छी पहल की है। मॉलगाड़ियां गोरखपुर आने के बजाए रेल बाईपास से निकल जाएं इसके लिए सरदारनगर से खजनी तक नई रेल लाइन का प्रस्ताव किया जा रहा है। इसके निर्माण पर करीब 945 करोड़ खर्च का अनुमान है। एनईआर ने बाईपास लाइन को उपयोगी बताकर रेलवे बोर्ड से फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए अनुमति मांगी है। हालांकि, चुनावी शोर के बीच सर्वे की कवायद को लेकर विपक्ष की तरफ से सवाल भी उठाये जा रहे हैं।
गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने सरदारनगर से खजनी तक बाईपास बनाने की कवायद शुरू की है। करीब 34.67 किमी लंबे बाईपास लाइन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के निर्माण विभाग के प्रारंभिक सर्वे के बाद नई लाइन पर 945 करोड़ का खर्च अनुमानित है। प्रस्ताव है कि सरदारनगर से बाईपास लाइन निकालकर निर्माणाधीन सहजनवा-दोहरीघाट लाइन में खजनी के पास मिलाई जाएगी। इस बाईपास के जरिए मालगाड़ी गोरखपुर न आकर सरदारनगर से खजनी और फिर सहजनवा होते हुए खलीलाबाद की तरफ निकल जाएगी। इस लाइन के बन जाने से अप और डाउन लाइन मिलाकर गोरखपुर होकर निकलने वाली 32 मालगाड़ियां बाईपास हो जाएंगी। जिससे हर साल अनुमानित 43 करोड़ रुपये की सालाना बचत होगी। बता दें कि 32 मालगाड़िया हो जाएंगी बाईपास गोरखपुर रूट पर चलने वाली 32 मालगाड़ी ऐसी हैं जिनका यहां ठहराव नहीं है। ये जंक्शन के रास्ते गुजरती हैं। इनकी वजह से लाइन ब्लाक होता है। करीब डेढ़ दर्जन रेक ऐसी है जो कुसम्ही और नकहा में आकर टर्मिनेट होती हैं, यहां यूरिया और राशन की लोडिंग और अनलोडिंग होती है।
विद्युतीकरण का भी है प्रस्ताव
बाईपास लाइन बिछाने के साथ ही विद्युतीकरण का भी काम होगा। सर्वे के अनुसार सरदानगर-खजनी बाईपास लाइन में कुल 12 पुल प्रस्तावित किए गए हैं। इसमें एक बड़ा पुल होगा बाकी 11 छोटे पुल बनाए जाएंगे।
औद्योगिक गलियारे को मिलेगा लाभ
रेल बाईपास वजूद में आता है कि गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में स्थापित फैक्ट्रियों के साथ लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ स्थापित हो रही फैक्ट्रियों में तैयार माल को लेकर आसानी होगी। जहां प्रस्ताव किया जा रहा है वहां से कुछ किलोमीटर पर अडानी की सीमेंट फैक्ट्री भी प्रस्तावित है। जमीन अडानी ग्रुप को दे दी गई है।