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Gorakhpur News: MMMUT में रैगिंग, सहारनपुर के छात्र को पीटकर किया अधमरा
Gorakhpur News: हमलावर सीनियर छात्र दूसरे और तीसरे वर्ष के बताए जा रहे हैं। इनकी संख्या 25 से 30 के करीब थी। बताया जा रहा है कि प्रथम वर्ष के छात्रों ने हॉस्टल में मेस के खाने का बहिष्कार कर दिया है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में 23 नवम्बर की रात रैगिंग के दौरान सीनियर छात्रों ने जूनियर को पीटकर अधमरा कर दिया। सहारनपुर के रहने वाले छात्र का सिर फट गया। बेहोश अवस्था में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। कुलपति ने पूरे मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी बिठा दी है।
घटना 23 नवम्बर की रात की है। जब फेस्ट की तैयारियों के दौरान मल्टीपरपज हॉल में मारपीट हो गई। बताया जा रहा है कि फेस्ट की तैयारियों के दौरान बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र पिछली कतार में बैठे हुए थे। इसी दौरान शाम सात बजे बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों के पास द्वितीय और तृतीय वर्ष के सीनियर छात्र पहुंच गए। वे छात्रों से इंट्रोडक्शन (परिचय) लेने लगे। सीनियर छात्रों में से कुछ ने शराब पी रखी थी। बीटेक आईटी के छात्र सहारनपुर निवासी अतुल सिसोदिया से घबराहट में इंट्रोडक्शन देने में कुछ शब्दों की चूक हो गई। इस पर सीनियर छात्रों ने उसे गाली दे दी। इसका अतुल सिसोदिया ने विरोध किया। इससे विवाद बढ़ गया। दर्जनभर से अधिक बीटेक सेकंड और थर्ड ईयर के छात्र अतुल को पीटने लगे। साथी को पिटता देखकर प्रथम वर्ष के कुछ छात्र बीच बचाव को पहुंचे तो उन्हें भी पीटा गया।
सीनियर छात्रों की पिटाई से अतुल का सिर फट गया। वह वहीं बेहोश हो गया। उस हालत में भी अतुल को सीनियर पीटते रहे। इस दौरान 300 से अधिक बीटेक के छात्र तमाशबीन बने रहे। कुछ छात्रों ने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की। सीनियर छात्रों ने वीडियो डिलीट करवा दिया है। चौथे वर्ष के छात्र अचेत अतुल को पहले कैंपस के अस्पताल ले गए। वहां कोई डॉक्टर या कर्मचारी नहीं मिला। फिर छात्र उसे लेकर एम्स पहुंचे। घायल छात्र को इमरजेंसी के आईसीयू में भर्ती कराया गया। छात्र के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। सीने का और हाथ-पैर का एक्स-रे भी कराया गया है। ईसीजी भी कराया गया है। एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो.जेपी सैनी का कहना है कि घटना में शामिल चार छात्रों को चिह्नित कर लिया गया है। सोमवार को अनुशासन समिति इस पर निर्णय लेगी। छात्र को जांच को एम्स में ले जाया गया था। उसे विश्वविद्यालय की एम्बुलेंस से वापस लाया गया है।
दूसरे और तीसरे वर्ष के हैं छात्र
हमलावर सीनियर छात्र दूसरे और तीसरे वर्ष के बताए जा रहे हैं। इनकी संख्या 25 से 30 के करीब थी। बताया जा रहा है कि प्रथम वर्ष के छात्रों ने हॉस्टल में मेस के खाने का बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने रविवार को फेस्ट में शामिल होने से भी इनकार कर दिया है। उधर, देर रात बीटेक प्रथम वर्ष के हॉस्टल में शिक्षकों ने छात्रों की हाजिरी लगवाई, ताकि छात्रों की हॉस्टल में उपस्थिति का पता लग सके। उधर, पीड़ित छात्रों ने बताया कि घटना के दौरान विश्वविद्यालय का कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं था। इसकी वजह से स्थिति बेकाबू हुई। मौके पर जो सुरक्षाकर्मी थे वह छात्रों के आगे बेबस रहे। मारपीट के बाद काफी देर तक मल्टीपरपज हाल में अफरातफरी रही। फेस्ट की तैयारियों के कार्यक्रम बंद हो गए। जूनियर छात्रों में भारी आक्रोश को देखते हुए छात्रावास से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है।