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DDU में कौन वरिष्ठ, कौन है कनिष्ठ, प्रमोशन में चलती है मनमर्जी, CM के दखल से जारी होगी वरिष्ठता सूची?
Gorakhpur News: कार्य परिषद सदस्य के रूप में डॉ. वेद प्रकाश राय ने पांच बार कुलपति और कुलसचिव को इस संबंध में पत्र लिखे लेकिन इसके बाद भी सूची उपलब्ध नहीं कराई गई।
Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में कौन शिक्षक वरिष्ठ है और कौन कनिष्ठ इसकी कोई सूची यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास नहीं है। मनमर्जी से हो रहे प्रमोशन को लेकर शिक्षकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन पर सूची जारी न करने का आरोप लगाते हुए कार्य परिषद सदस्य डॉ. वेद प्रकाश राय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में मुख्यमंत्री योगी से जल्द वरिष्ठता सूची जारी करने के निर्देश जारी किए जाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में डीडीयू के कार्य परिषद सदस्य और विधि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ वेद प्रकाश राय ने लिखा है कि अंतिम बार दिसंबर 2021 में वरिष्ठता सूची जारी की गई थी। उसके बाद कोई सूची जारी नहीं की गई। उसके बाद से अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, कार्य परिषद सदस्य व विद्या परिषद सदस्य नियुक्त किए जा रहे हैं जो वर्ष 2021 की वरिष्ठता सूची से भिन्न हैं।
नहीं उपलब्ध कराई गई सूची
डॉ. वेद प्रकाश राय के मुताबिक वे मई 2024 से एक साल के लिए विश्वविद्यालय की सर्वोच्च इकाई कार्य परिषद के सदस्य हैं। कार्य परिषद सदस्य के रूप में उन्होंने पांच बार कुलपति और कुलसचिव को इस संबंध में पत्र लिखे लेकिन इसके बाद भी सूची उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने अगस्त में 2, 9 और 17 को, अक्तूबर में 4 और 18 को पत्र लिखकर वरिष्ठता सूची की मांग की। डॉ.राय का कहना है कि हर वर्ष कुछ शिक्षक सेवानिवृत्त होते हैं। समय-समय पर नियुक्तियां भी होती हैं। सूची से वरिष्ठता क्रम का पता चल सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है। प्रतिकुलपति प्रो.शांतनु रस्तोगी का कहना है कि वरिष्ठता सूची तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। वरिष्ठता के चक्रानुक्रम में नियमानुसार ही सभी को विभिन्न दायित्व दिए गए हैं। एसोसिएट प्रोफेसर्स की वरिष्ठता सूची तैयार कर ली गई है। अन्य शिक्षकों की सूची भी जल्द ही तैयार कर ली जाएगी।
विभागाध्यक्ष पदों पर नियुक्ति पर होता है विवाद
डीडीयू में दिसंबर 2021 में अंतिम बार शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी हुई थी। उसके बाद कई शिक्षक रिटायर हो गए। इस दौरान प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर कई शिक्षकों की नियुक्ति भी हुई। वरिष्ठता सूची नहीं होने के कारण कई शिक्षकों का मानना है कि उनकी वरिष्ठता प्रभावित हो रही है। लेकिन इसका कोई प्रमाण उनके पास नहीं है। नवीनतम वरिष्ठता सूची प्रकाशित किए बिना कई विभागों में चक्रानुकम में विभागाध्यक्ष पदों पर नियुक्ति भी हुई है। इसे लेकर उन विभागों में रार भी ठनी हुई है। दो संकायों में मौजूदा डीन की नियुक्ति पर भी वहां रार ठनी हुई है।