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Gorakhpur News: दुनिया में 45 लाख नर्सिंग स्टाफ की जरूरत, इसके लिए विश्व की नजर भारत की तरफ
Gorakhpur News Today: डॉ. भावतोष विश्वास सोमवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ नर्सिंग और पैरामेडिकल की तरफ से आयोजित 'दीप प्रज्वलन एवं सेवा शपथ ग्रहण समारोह' को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
Gorakhpur News in Hindi: गोरखपुर, दी वेस्ट बंगाल विश्वविद्यालय ऑफ हेल्थ साइंसेज के पूर्व कुलपति और सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय कोलकाता के एमेरिटस प्रोफेसर प्रो. भावतोष विश्वास ने कहा कि स्वास्थ सेवा दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्षेत्र है। इस स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में दुनिया में 45 लाख नर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता है। पूरी दुनिया इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए भारत की तरफ देख रही है।
डॉ. भावतोष विश्वास सोमवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ नर्सिंग और पैरामेडिकल की तरफ से आयोजित 'दीप प्रज्वलन एवं सेवा शपथ ग्रहण समारोह' को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। नर्सेज को चिकित्सा में समर्पण, सेवा और कर्तव्य निष्ठा का संकल्प दिलाते हुए डॉ. भावतोष ने कहा कि भारत पूरे विश्व को नर्स की आवश्यकता को पूरा करता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में नर्सिंग सेवा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सीएम के प्रयासों का सार्थक रूप आज इस विश्वविद्यालय में दिख रहा है। यहां का नर्सिंग कॉलेज देश के सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग संस्थानों में से एक है। यहां नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीन वैदिक चिकित्सा में महर्षि चरक ने विश्व को चिकित्सा सेवा का अनमोल ज्ञान दिया जिसका पूरा विश्व अनुकरण कर रहा है। नर्सिंग सेवा को समृद्ध प्रोफेशन बताते हुए डॉ. भावतोष ने कहा कि इसमें मरीज की सेवा प्यार और समर्पण के भाव से की जाएगी तो यह उत्कृष्टता के शिखर को छूता रहेगा। उन्होंने कहा कि नर्सिंग सेवा में बहुत तेजी से बदलाव और चुनौती आई है। नर्सिंग में संभावनाओं के असीम द्वार खुले हैं। यहां शोध की दृष्टि से भी अनंत संभावनाएं हैं।
साधना के साथ सामंजस्य, संतुलन बना कर चलना होगा
समारोह के विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व ड्रग कंट्रोलर और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय नई ऊर्जा और नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां का नर्सिंग कॉलेज उत्तर प्रदेश में उत्तम सेवा के लिए प्रेरणादायक संस्थान बना है। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में साधना के साथ सामंजस्य, संतुलन बना कर चलना होगा। स्वास्थ के क्षेत्र में नए संकल्पों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिबद्ध हैं। उनके मार्गदर्शन में चिकित्सा और शिक्षा के उत्तरोत्तर विकास के लिए यूरोप, जापान और इजरायल के साथ समझौता पत्र के द्वारा यहां के प्रोफेशनल विद्यार्थियों को शत प्रतिशत रोजगार के लिए प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नर्सेज के सेवा योगदान से यह विश्वविद्यालय सर्वोच्च संस्थान बनकर विश्व का प्रतिनिधत्व करेगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह ने नर्सिंग छात्राओं का दीक्षा मार्गदर्शन करते हुए कहा कि नर्सेज, सेवा संकल्प भाव से इस क्षेत्र में स्वयं को उतारे जिससे चिकित्सा जगत में क्रांतिकारी परिवर्तन आ सके। समाज और पीड़ित व्यक्ति आपके प्रति आशान्वित रहता है की नर्स दीदी हैं तो उसे जीवन का वरदान मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्सिंग में छात्रों को भी आना चाहिए। कारण, प्रोफेशनल नर्स की विश्व स्तर पर भारी मांग है। नए मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं वर्तमान में नए रोजगार सृजित हुए हैं। अपने कदम बाहर निकालिए आपके लिए विश्व स्तर पर जॉब है।
नर्सिंग में जीवन को समर्पित करने का भाव
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में स्थित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरविंद कुशवाहा ने कहा कि नर्सिंग में सभी को स्वस्थ रखना आपकी नई चुनौती होगी। कोविड में आपने महत्वपूर्ण चुनौती को स्वीकार किया, नर्सिंग में जीवन को समर्पित करने का भाव जागृत हुआ। नर्सिंग उच्चतम सेवा कार्य है। नर्स मां जैसी होती है। जैसे छोटे-छोटे पौधे की नर्सरी होती है उसी निष्ठा, समर्पण से इस व्यवसाय में अपनी सेवा करें। कार्यक्रम में नर्सिंग संकाय की प्रमुख डॉ. डीएस अजीथा ने संकल्प प्रेरणा दिलाते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान पद्धति में नर्सेज की भूमिका प्राचीनकाल से चली आ रही है। समय और काल के बदलाव में दाई मां अब प्रोफेशनल नर्सेज के रूप में प्रतिष्ठित हो रही है। आज प्रोफेशनल कोर्स से नर्सेज का आत्मविश्वास समृद्ध हुआ है। अब नर्सेज हर विपरीत परिस्थितियों का सामना करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि लैंप लाइटिंग नर्सिंग कॉलेज की दीक्षा का एक अहम हिस्सा है जो नर्सिंग पेशे की गरिमा, जिम्मेदारी और उसके उद्देश्यों को दर्शाता है। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव व डॉ. डीएस अजीथा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।