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गायत्री परिवार के भावी प्रमुख डॉ. चिन्मय पंड्या ने गुरु गोरक्षनाथ का लिया आशीर्वाद, इसलिए पूरे देश कर रहे हैं भ्रमण
Gorakhpur News: डॉ चिन्मय पंड्या वर्ष 2026 में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे। शांतिकुंज में 1926 से अनवरत रूप से जल रहा है। इसका शताब्दी वर्ष वर्ष 2026 में मनाया जाएगा।
Dr. Chinmay Pandya (Social Media)
Gorakhpur News: अखिल विश्व गायत्री परिवार के भावी प्रमुख डॉ. चिन्मय पंड्या (Dr. Chinmay Pandya) पिछले 48 घंटे से गोरखपुर में है। इस दौरान उन्होंने गायत्री परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। वह गायत्री परिवार के शताब्दी वर्ष 2026 में प्रमुख के पद पर आसीन होने वाले हैं। ऐसे में वह देश-दुनिया में गायत्री शक्तिपीठों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने गोरखपुर के विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन किया।
इसके पूर्व अखिल विश्व गायत्री परिवार के भावी प्रमुख एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या का सोमवार को गायत्री शक्तिपीठ गोरखपुर में जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान डॉ चिन्मय पंड्या ने परिवार के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि, 'आप सभी के सौभाग्य का सूर्योदय होने का समय और अवसर आ चुका है। अब आप सभी देव कार्य में लग जाएं।'
'एक-एक परिजन देव कार्य में जुट जाएं'
डॉ चिन्मय पंड्या ने आगे कहा, 'गायत्री परिवार के जन-जन देव आत्मा व पवित्र आत्मा है। एक-एक परिजन देव कार्य में जुट कर परमात्मा के कार्यों में लगकर नल-नील की तरह अपने को धन्य करें। आप सभी को सद्गुरु का संरक्षण प्राप्त है। उसके पश्चात उन्होंने नए कार्यालय एवं साहित्य पटेल का फीता काटकर शुभारंभ किया।' मुख्य ट्रस्टी दीनानाथ सिंह, उत्तर जोन समन्वयक नरेंद्र सिंह ठाकुर, सचिव राम अवतार, समन्वयक प्रभाशंकर दुबे, अशोक तिवारी, बच्चन प्रसाद गुप्ता, राम लखन श्रीवास्तव, भारत प्रसाद गुप्ता, पीएम मिश्रा, रामचंद्र पांडेय, बालमुकुंद प्रसाद आदि उपस्थित रहे।
गोरक्षनाथ मंदिर पहुंचे डॉ चिन्मय पंड्या
सोमवार की देर शाम डॉ चिन्मय पंड्या गोरक्षनाथ मंदिर (Gorakhnath Math) पहुंचे। जहां उन्होंने गोरक्षनाथ बाबा के दर पर मत्था टेका। वहां लोक गायक राकेश श्रीवास्तव के साथ मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों से स्वागत किया। इसके पूर्व वह बासुडीहा में दीप यज्ञ में शामिल हुए। रचनात्मक ट्रस्ट के कालीप्रसाद सिंह के घर पहुंचकर मुलाकात भी उन्होंने किया। गोरखपुर के प्रमुख ट्रस्टी दीनानाथ सिंह का कहना है कि विश्व विख्यात चिंतक डॉ चिन्मय पंड्या वर्ष 2026 में संस्था के प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे। शांतिकुंज में 1926 से अनवरत रूप से जल रहा है। इसका शताब्दी वर्ष वर्ष 2026 में मनाया जाएगा।