UP First Ayush University: राष्ट्रपति ने किया था शिलान्यास, मान्यता मिली नहीं, जिम्मेदार अधूरे बिल्डिंग में मनाने लगे स्थापना दिवस

Gorakhpur News: महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 28 अगस्त 2021 को किया था।

Purnima Srivastava
Published on: 29 Aug 2024 3:59 AM GMT
UP First Ayush University: राष्ट्रपति ने किया था शिलान्यास, मान्यता मिली नहीं, जिम्मेदार अधूरे बिल्डिंग में मनाने लगे स्थापना दिवस
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UP First Ayush University  (photo: social media )

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश का गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जिला है। ऐसे में यहां की हर गतिविधियां सुर्खियां बनती हैं। इसीलिए भटहट क्षेत्र में पिपरी में स्थापित आयुष यूनिवर्सिटी का प्रशासन आधे-अधूरे निर्माण के बीच स्थापना दिवस मनाने लगा तो सुर्खियां बन गईं। जबकि इस यूनिवर्सिटी की बुनियाद तीन साल पहले तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निर्माण की प्रगति को देखने के लिए कई बार दौरा कर चुके हैं।

महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 28 अगस्त 2021 को किया था। 52 एकड़ में पीडब्ल्यूडी के देख रेख में प्राइवेट फर्म विश्वविद्यालय का निर्माण करा रही है। शासन की ओर से तय की गई समयसीमा के मुताबिक इसका निर्माण कार्य 2023 में पूरा हो जाना था। लेकिन पीडब्ल्यूडी के रिपोर्ट के अनुसार अब तक 85 प्रतिशत निर्माण हो सका हैं। हालात यह है कि यहां न तो कोर्स का संचालन हुआ। न ही चिकित्सकों की नियुक्ति हुई। सिर्फ ओपीडी संचालित हो रही है। मरीजों की भर्ती अब तक शुरू नहीं हो सकी। आयुष यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.एके सिंह का कहना है कि आयुष विवि का भवन अब तक पूर्ण नहीं होने के कारण मान्यता नहीं मिल पाई है। रजिस्ट्रार के सेवानिवृत्त होने के बाद दिक्कतें बढ़ी है। भवन कब तक पूरा होगा, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। आयुष विवि के पहले चरण में पीजी आयुर्वेद की मान्यता के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाना था। 14 विभागों में पीजी की यहां कुल 70 सीटें निर्धारित हैं। इसके लिए 72 लाख 50 हजार विभागीय फीस भी जमा करा दी गई है।

अभी मान्यता तक नहीं मिली

प्रदेश का यह पहला आयुष विवि है। यहां से प्रदेश के 94 महाविद्यालयों का संचालन होगा। विवि से आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी के साथ ही योग संस्थान भी जुड़ेगा। पीजी की मान्यता के लिए ओपीड़ी , आईपीडी , क्लास रूम, लाइब्रेरी, हर्बल गार्डन, लाइब्रेरी, हॉस्टल आदि आवश्यक भवन अनिवार्य रूप से तैयार होना चाहिए। लेकिन निर्माण कार्य पूरा न होने से मान्यता को निरीक्षण करने आई एनसीआईएसएम (नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन) की टीम एक बार लौट चुकी है।

फैकल्टी सेंटर में संचालित हो रही ओपीडी

15 फरवरी 2023 को सीएम योगी द्वारा फीता काट कर आयुष विवि फैकल्टी सेंटर में ओपीडी संचालन का उद्घाटन किया गया था। यहां चार आयुर्वेदिक के साथ ही एक होमियोपैथ एवं एक यूनानी के चिकित्सकों द्वारा रोगियों का इलाज किया जा रहा है। मरीजों को अस्पताल में भर्ती करके इलाज के लिए बेड, ऑपरेशन से सम्बंधित चीजें, दवा बनाने के सामान, कार्यालय, लाइब्रेरी के फर्नीचर के साथ ही अन्य आवश्यक उपकरण करीब चार करोड़ रुपये कीमत के खरीदे जा चुके हैं।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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