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Gorakhpur News: गोरखपुर के विनोद ने कमिश्नर को पत्र लिखकर केन्द्र सरकार से मांगा भारत रत्न, दावे की वजह जान चौंक जाएंगे

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पिपराइच निवासी विनोद कुमार गौड़ ने कमिश्नर से लेकर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर भारत सरकार से भारत रत्न की मांग की है। विनोद की दलील है कि पिछले दिनों संध्या वंदन में तपस्या के दौरान उनके अंत: करण से आवाज आई कि मुझे भारत रत्न मिलना चाहिए।

Purnima Srivastava
Published on: 19 Nov 2023 9:44 PM IST
Gorakhpur News: गोरखपुर के विनोद ने कमिश्नर को पत्र लिखकर केन्द्र सरकार से मांगा भारत रत्न, दावे की वजह जान चौंक जाएंगे
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Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पिपराइच निवासी विनोद कुमार गौड़ ने कमिश्नर से लेकर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर भारत सरकार से भारत रत्न की मांग की है। विनोद की दलील है कि पिछले दिनों संध्या वंदन में तपस्या के दौरान उनके अंत: करण से आवाज आई कि मुझे भारत रत्न मिलना चाहिए। ये आवाज दो बार आई। इसलिए भारत सरकार से भारत रत्न की मांग कर रहा हूं। अब विनोद कुमार का प्रशासनिक अधिकारियों को लिखा हुआ यह पत्र तेजी से वायरल हो रहा है।

व्हाट्सअप ग्रुप में वायरल हुआ पत्र

पिछले महीने विनोद कुमार ने पहला पत्र कमिश्नर कार्यालय को लिखा था। इसके बाद यह पत्र जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर, तहसीलदार से लेकर मुख्य विकास अधिकारी के टेबल तक पहुंच चुका है। अब यह पत्र विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुपों में लोगों द्वारा वायरल किया जा रहा है। विनोद कुमार द्वारा लिखे शब्दों को लेकर लोग आनंद ले रहे हैं। पत्र में उन्होंने लिखा है कि ‘पिछले दिनों मै ध्यान साधना में बैठकर तपस्या कर रहा था। अचानक मेरे अन्तःकरण से मुझे भारत रत्न चाहिए- मुझे भारत रत्न चाहिए की आवाज बहुत तीव्र गति से उत्पन्न होने लगी। अतः आप श्रीमान जी से निवेदन है कि प्रार्थी को समस्त मनोकामना पूर्ण करने के साथ ही भारत रत्न से सम्मानित कराने की कृपा करें।’

आखिर इस पत्र का अंजाम क्या होगा?

विनोद मूल रूप से कुसम्ही जंगल क्षेत्र में रहते हैं। गोरखपुर शहर में वह बिलंदपुर में कबाड़ी गली में इन्द्रावती सिंह के मकान में किरायेदार हैं। लोग इस पत्र को फेसबुक, एक्स से लेकर इस्टाग्राम पर शेयर कर मजे ले रहे हैं। आयकर अधिवक्ता विजेन्द्र सिंह ने बताया कि मेरे पास भी यह पत्र किसी ने भेजा है। पढ़कर हंसे बिना खुद को नहीं रोक सका। सबसे आश्चर्य यह लग रहा है कि आखिर प्रशासनिक अधिकारी पत्र पर क्या लिख रहे हैं। आखिर इस पत्र का अंजाम क्या होगा?



Shashi kant gautam

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