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Gorakhpur News: सुबह पांच बजे से बिकने लग रही शराब, गर्मी में खाली पेट गटकने से हो रही मौतें!
Gorakhpur News: चिकित्सक डॉ.राजेन्द्र कुमार का कहना है कि खाली पेट शराब रक्तप्रवाह में अधिक तेज़ी से प्रवेश करती है। वहीं पेट में भोजन होने से शराब छोटी आंत में जल्दी से नहीं पहुँच पाती, जहाँ यह तेजी से अवशोषित हो जाती है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चौरीचौरा क्षेत्र के भौवापार में सोमवार की रात में अचानक तबीयत बिगड़ने पर एक मजदूर की मौत हो गई। स्थानीय विधायक ने जहां कच्ची शराब से मौत का दावा किया था वहीं पुलिस बीमारी से मौत बता रही थी। अस्पताल में भर्ती मजदूर का आबकारी टीम ने बयान लिया, जिसमें खाली पेट देशी शराब पीने की बात सामने आई। उधर, पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट न होने पर जांच के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है।
गम्भीर हालत में एम्स में भर्ती जोधपुर बाढ़न निवासी धर्मेंद्र की हालत में सुधार होने पर मंगलवार को आबकारी विभाग से इंस्पेक्टर अर्पित शुक्ला व उनकी टीम ने अस्पताल पहुंच कर उसका बयान दर्ज किया। धर्मेंद्र ने बताया कि वह खाली पेट ही तीन शीशी देशी शराब पी ली थी। इसके बाद वह मटन लेने गया और अचानक बेहोश होकर गिर गया। गर्मी से मौतें तो हो ही रही हैं, हकीकत यह है कि खाली पेट शराब पीने से भी कई मौतें हुईं हैं। बुधवार को गोरखपुर में छह लोगों को गर्मी से मौतें हुईं हैं। ज्यादातर मौतें संदिग्ध दिख रही हैं।
बुधवार को गोला क्षेत्र के गोपालपुर-दूबेपुरा रोड पर देवकली निवासी 45 वर्षीय अनिल पुत्र तीर्थराज की सड़क के किनारे शव मिला। उनके पुत्र मिथिलेश ने बताया कि शाम को पांच बजे सूचना मिली कि उनके पिता सड़क के किनारे मृत पड़े हैं। जब वे मौके पर पहुंचे तो उनके मुंह से झाग निकला हुआ था। नगवा भगवान में एक ईंट भट्ठें के पास ऊंचगांव गांव निवासी 35 वर्षीय बेचन पुत्र बसंत की भी अज्ञात कारणों से मौत हो गई। वह नित्य की भांति मजदूरी करने निकला था। भर्रोह गांव के जूनियर हाईस्कूल के पीछे ओमप्रकाश सिंह के खेत में अज्ञात कारणों से एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी पहचान बड़हलगंज थाना क्षेत्र के मंझरिया गांव के 55 वर्षीय रामनाथ के रूप में हुई। मटन काटते समय बुजुर्ग बूचड़ की मौत एम्स थानाक्षेत्र के बहरामपुर नौका टोला में एक व्यक्ति की मटन काटने के दौरान अचानक तबीयत खराब हुई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
खाली पेट शराब पीना खतरनाक
चिकित्सक डॉ.राजेन्द्र कुमार का कहना है कि खाली पेट शराब रक्तप्रवाह में अधिक तेज़ी से प्रवेश करती है। वहीं पेट में भोजन होने से शराब छोटी आंत में जल्दी से नहीं पहुँच पाती, जहाँ यह तेजी से अवशोषित हो जाती है। खाली पेट शराब पीने से नशा जल्दी होता है और साथ ही रक्त में अल्कोहल की मात्रा (BAC) भी बढ़ जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।
सुबह पांच बजे से ही ज्यादातर दुकानों पर बिकने लग रही शराब
शराब की दुकानों के खुलने का समय सुबह 10 बजे और बंद होने का रात 10 बजे है। लेकिन गोरखपुर में लाइसेंसी दुकानदारों, आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से दुकानों के खुलने का कोई समय नहीं रहा है। शाहपुर क्षेत्र में कौआबाग बाईपास पर शराब की दुकान सुबह से ही गुलजार हो जा रही है। पुलिस चौकी से बमुश्किल 20 मीटर पर खुले इस शराब की दुकान से सेल्समैन खुलेआम 10 से 20 रुपये अतिरिक्त लेकर शराब बेचता दिख जाता है। इसी तरह चौरीचौरा व झंगहा क्षेत्र में देसी व अंग्रेजी शराब की दुकानें समय से पूर्व व बाद तक दुकानें खुली रहती है। सुबह पांच बजे ही चौरीचौरा क्षेत्र के सरैया, फुटहवाइनार, तरकुलहा मंदिर, इब्राहिमपुर, भौवापार, सोनबरसा सहित अन्य दुकानें खुल जाती है। सुबह ही भठ्ठियों पर जमावड़ा लग जाता है। पीपीगंज में तो किराना की दुकानों पर देसी शराब की बिक्री होती दिख रही है। कुछ दिन पहले आबकारी विभाग ने छापामार किराना दुकान से देसी शराब पकड़ा भी था लेकिन बाद में सब मैनेज हो गया।