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जन्मदिन: कल्याण सिंह के लिए शुभकामनाओं का तांता, राम नाईक ने भेंट किया गुलदस्ता

कल्याण सिंह ने 24 जून 1991 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। 1993 के विधानसभा चुनाव में वह अतरौली और कासगंज से विधायक चुने गए।

zafar
Published on: 5 Jan 2017 8:33 AM GMT
जन्मदिन: कल्याण सिंह के लिए शुभकामनाओं का तांता, राम नाईक ने भेंट किया गुलदस्ता
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जन्मदिन: कल्याण सिंह के लिए शुभकामनाओं का तांता, राम नाइक ने भेंट किया गुलदस्ता

लखनऊ: राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी गवर्नर और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को उनके 84 वें जन्मदिन पर बधाइयों का तांता लगा है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाइक ने कल्याण सिंह को बधाई दी है। एक मुलाकात में राम नाइक ने कल्याण सिंह को उनके जन्मदिन पर फूलों का गुलदस्ता पेश किया। एक नजर कल्याण सिंह के राजनीतिक जीवन पर।

जन्म

-कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के मधौली गांव में हुआ था।

-पिता तेजपाल सिंह और मां सीता की छत्रछाया में उनकी शिक्षा अलीगढ़ में ही हुई।

-कल्याण सिंह ने धर्म समाज डिग्री कॉलेज अलीगढ़ से बीए, एलटी किया।

राजनीतिक करिअर

-1967 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए।

-1977 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने।

-1980 में वह पार्टी के संगठन सचिव और 1984 में प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये।

-1985 से 2002 तक वह लगातार 6 बार विधायक चुने गए।

बाबरी विध्वंस के बाद

-कल्याण सिंह ने 24 जून 1991 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

-6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।

-1993 के विधानसभा चुनाव में वह अतरौली और कासगंज से विधायक चुने गए।

-21 सितंबर 1997 में वह फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

-21 अक्टूबर 1997 को बीएसपी ने कल्याण सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया।

-लेकिन नरेश अग्रवाल के नेतृत्व में कांग्रेस से टूटे नरेश अग्रवाल ने लोकतांत्रिक कांग्रेस का गठन करके उन्हें 21 विधायकों का समर्थन दे दिया।

-वह 12 नवम्बर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे और दिसंबर 1999 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी।

लोकसभा

-2004 में वह फिर बीजेपी के साथ आ गए और बुलंदशहर से लोकसभा के लिए चुने गए।

-2009 में वह फिर बीजेपी छोड़ कर एटा से निर्दलीय सांसद निर्वाचित हुए।

राजभवन

-कल्याण को 26 अगस्त 2014 को राजस्थान के गवर्नर पद की शपथ दिलाई गई।

-फिर जनवरी 2015 में उन्हें हिमाचल प्रदेश के गवर्नर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।

आगे स्लाइड्स में देखिए कुछ और फोटोज...

जन्मदिन: कल्याण सिंह के लिए शुभकामनाओं का तांता, राम नाइक ने भेंट किया गुलदस्ता

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