Gurjar Vote Bank :गुर्जर वोटों के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुई वोटों की जंग

Gurjar Vote Bank :CM योगी आदित्यनाथ गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण कर गुर्जर वोटों को अपने पाले में लाने का काम करेंगे।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Shraddha
Published on: 22 Sep 2021 7:02 AM GMT
Gurjar Vote Bank  :गुर्जर वोटों के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुई वोटों की जंग
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Gurjar Vote Bank : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के पहले पश्चिमी क्षेत्र के गुर्जर वोटों को लेकर भाजपा और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच सीधी जंग दिखने लगी है। कृषि कानूनों से नाराज चल रहे गुर्जर समुदाय के वोटों को अपने पाले में करने के लिए इस साल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पश्चिम यूपी के मवाना कस्बे में क्रांतिकारी शहीद धनसिंह कोतवाल की मूर्ति का अनावरण कर चुके हैं । तो आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण कर गुर्जर वोटों को अपने पाले में लाने का काम करेंगे।

एक दिन पहले ही नोएडा पहुंचे योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम को लेकर एक दिन पहले ही नोएडा पहुंच गए। रात्रि विश्राम के बाद आज वह कई योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगें। योगी आदित्यनाथ मंगलवार शाम को जिले में आने के बाद तीनों अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में बैठक भी की। राज्य सरकार का मानना है कि नोएडा एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क सहित दर्जनों बड़ी योजनाओं से इस इलाके के युवाओं को रोजगार की संभावना बढेगी।

कौन है सम्राट मिहिर भोज

मिहिर भोज गुर्जर समाज के लिए एक बडे मार्ग दर्शक हैं। उन्होने अपने कार्यकाल के दौरान सदैव घुसपैठियों को देश की सीमा में घुसने से रोकने का काम किया। सातवीं से दसवीं सदी के बीच सम्राट मिहिर भोज का एक उच्चतम स्थान है। उनके पराक्रम और देश प्रेम के कई किस्से हैं।

मुजफ्फनगर कांड से गुर्जर समाज भाजपा के साथ पर कृषि बिलों को लेकर नाराज

2013 के मुजफ्फरनगर दंगे के बाद से यह वोट बैंक भाजपा से जुड़ गया पर कृषि कानूनों के बाद यह समाज भाजपा से नाराज बताया जा रहा है। गुर्जर समाज के अधिकतर लोग किसान आंदोलन में शामिल होकर केन्द्र और प्रदेश सरकार की नीतियों को खुलकर विरोध कर रहे हैं। पहले भाजपा के हुकुम सिंह इस क्षेत्र में बडे नेता हुआ करते थे। पर उनके निधन के बाद उनकी बेटी मृगांका सिंह को भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में उतारा पर वो सफल नहीं हो सकीं। इस बात से भाजपा नेतृत्व चिंतित है। जबकि अवतार सिंह भडाना, सोमेन्द्र सिंह तेजपाल नागर , प्रदीप चौधरी , अशोक कटारिया और नंद किशोर गुर्जर भाजपा विधानमंडल दल के सदस्य हैं।

समाजवादी पार्टी की इस बडे वोट बैंक पर पैनी नजर


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)


इस साल शहीद दिवस 23 मार्च को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पश्चिम यूपी के मवाना कस्बे में क्रांतिकारी शहीद धनसिंह कोतवाल की मूर्ति का अनावरण कर चुके हैं। जहां तक गुर्जर समाज के वोट बैंक के समाजवादी पार्टी से जुडने की बात है तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर रामशरण दास ने कई साल तक इस वर्ग को अपनी पार्टी में जोडे रखने का काम किया। मुलायम सिंह यादव ने भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से रामसकल गुर्जर, नरेंद्र भाटी, वीरेंद्र सिंह सरीखे नेता को साथ रखा। मुलायम सिंह की मुस्लिम और गुर्जर समुदाय के गठजोड से कई सालों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी ताकतवर नेता रहे।

इन जिलों में है गुर्जर समाज का अच्छा खासा असर

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो दर्जन जिलों में जाट के बाद गुर्जर समाज का अच्छा खासा प्रभाव है। गाजियाबाद ,नोएडा, बिजनौर, मुजफ्फरनगर,संभल, मेरठ, सहारनपुर, कैराना में गुर्जर समाज के लोग चुनाव में प्रत्याशी की हार जीत पर बड़ी भूमिका निभाते हैं।

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