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Gyanvapi Masjid Case Update : ज्ञानवापी मामले की दूसरी रिपोर्ट में खुलासा, मस्जिद के भीतर कमल, त्रिशूल, डमरू के चिन्ह मिले
Gyanvapi Masjid Case Live Update:Gyanvapi Masjid Case : ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने सिविल कोर्ट में कई फोटो और वीडियो के साथ 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी।
Gyanvapi Masjid Case Update 19 May 2022 : ज्ञानवापी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अब कल, शुक्रवार को सुनवाई होगी। साथ ही, वाराणसी कोर्ट की कार्यवाही पर भी रोक लगा दी है। इस मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सर्वोच्च अदालत में सुनवाई हुई। कोर्ट ने फिलहाल मामले को 20 मई तक के लिए टाल दिया है। बता दें कि, इससे पहले ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर वाराणसी कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट पेश हो चुकी थी।
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी कोर्ट की सुनवाई पर भी रोक लगा दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है, कि वह शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई करेगा। तब तक वाराणसी कोर्ट में भी इस मामले पर सुनवाई नहीं होगी। अब सुप्रीम कोर्ट कल इस मामले पर दोपहर 3 बजे सुनवाई करेगा। गौरतलब है, कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ज्ञानवापी मसले पर कल तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी। कोर्ट ने हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन से कहा है, कि वो अपने स्थानीय वकील से कहें कि वह ट्रायल कोर्ट में आगे की कार्यवाही ना करें।
कमल, त्रिशूल, डमरू के चिन्ह मिले
ज्ञानवापी मामले की दूसरी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मस्जिद के भीतर सनातन धर्म से जुड़े साबुत मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्जिद परिसर में सर्वे के दौरान हिन्दू धर्म से जुड़े कमल, त्रिशूल, डमरू सहित अन्य के चिन्ह मिले हैं। कहा जा रहा है कि बेसमेंट की दीवार पर हिन्दू संस्कृति से जुड़े प्रतीक चिन्ह मिले हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद की रिपोर्ट में स्वास्तिक चिन्ह मिलने के भी सबूत मिले हैं। गुरुवार को कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह की पेश रिपोर्ट के कुछ अंश सामने आए हैं। जिसमें ये कहा गया है-
-रिपोर्ट में कहा गया है कि, वजू खाने में पानी काम करने पर गोलाकार आकृति मिली।
- साथ ही, गोलाकार आकृति पर कटे का निशान है।
- 2.5 फ़ीट गोलाकार आकृति दिखाई दी।
- गोलाकार आकृति के ऊपर अलग से लगा है सफेद पत्थर।
- परिसर में शेषनाग की आकृति वाले चिन्ह देखने को मिले हैं।
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर बीते हफ्ते सिविल कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर में 3 दिनों तक सर में और वीडियोग्राफी का अभियान चलाया गया। कोर्ट ने आदेश दिया था कि 17 मई तक ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करके प्रशासन कोर्ट में रिपोर्ट सौंपे। हालांकि 3 दिनों तक चले सर्वे अभियान के पूरा हो जाने के बाद भी सर्वे रिपोर्ट पूरी तरह से तैयार ना हो न मिल पाने के कारण सिविल कोर्ट में पेश ना की जा सकी। इस बीच ज्ञानवापी परिसर में हुए सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई जहां मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आदेश दिया कि ज्ञानवापी परिसर में जांच पूरी होने तक मुस्लिमों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाए। मगर जिस स्थान से शिवलिंग मिला है उसे प्रशासन ताला लगाकर सील कर दे।
Gyanvapi Masjid Survey Live Update
कोर्ट में सौंपी गई वीडियो चिप
ज्ञानवापी परिसर सर्वे रिपोर्ट पर जानकारी देते हुए कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने जानकारी दी कि कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के दौरान हमने सीलबंद लिफाफे में वीडियो चिप भी दाखिल किया है। बता दें आज वाराणसी के सिविल कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे फाइनल रिपोर्ट पेश की गई है।
10-12 पेज की है फाइनल रिपोर्ट
ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे से जुड़े सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि आज दोपहर 12:00 बजे तक कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर का फाइनल रिपोर्ट सबमिट कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया यह फाइनल रिपोर्ट करीब 10 से 12 पेज की है, कोर्ट में सबमिट हो जाने के बाद इस मामले पर अंतिम आदेश और जांच कोर्ट करेगा।
सिविल कोर्ट में ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट हुआ पेश
वाराणसी के ज्ञानवापी परिषद मामले को लेकर पूर्व एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्रा ने वाराणसी कोर्ट में अपनी सर्वे रिपोर्ट पेश कर दी है। अजय मिश्रा द्वारा पेश किए गए इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि ज्ञानवापी परिसर के कई हिस्सों में हिंदू मंदिरों से मिले-जुले साक्ष्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर के उत्तर पश्चिम की ओर कई जगह पर नागफनी शेषनाग की कलाकृति बनी हुई है। इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि ज्ञानवापी परिसर में जो मलबा पड़ा हुआ है उसमें कई देवी-देवताओं की कलाकृति बनी सामने आई है।
आज सुबह 11:30 बजे पेश होगा सर्वे रिपोर्ट
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में बीते दिन वाराणसी के सिविल कोर्ट में होने वाली सुनवाई वकीलों के हड़ताल के कारण नहीं हो सकी। इस मामले को लेकर बनारस के बार एसोसिएशन अध्यक्ष द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) जैसा महत्वपूर्ण मामला होने के कारण हमने कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को बुलाया है जल्दी इस मामले को लेकर सिविल कोर्ट में सुनवाई की जाएगी। हालांकि आज वकीलों का हड़ताल खत्म हो जाने के बाद एडवोकेट कमिश्नर विकास सिंह दोपहर 11:30 बजे वाराणसी के सिविल कोर्ट में ज्ञानवापी परिषद के वीडियोग्राफी और सर्वे का फाइनल रिपोर्ट सबमिट करेगी।
मामले पर गरमाई सियासत
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिंदू धर्म पर एक विवादित बयान दे दिया। बीते दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि 'हमारे हिंदू धर्म में यह है कि कहीं पर पत्थर रख दो एक लाल झंडा रख दो पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया।' अखिलेश यादव के बयान के तुरंत बाद ही सोशल मीडिया पर लोगों ने अखिलेश यादव को जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
वहीं अखिलेश यादव के बयान को लेकर कल साधु संतों द्वारा खाता नाराजगी भी जताई गई अखिलेश यादव ने अपने भाषण के दौरान कहा कि एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरों में मूर्तियां रख दी गई थी। भारतीय जनता पार्टी का कोई भरोसा नहीं वह कुछ भी कर सकती है। अखिलेश यादव का बयान अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के दौरान हुई घटना को लेकर कहा गया उनके इस बयान के तुरंत बाद ही अयोध्या के सभी साधु संतों ने उन पर तीखा हमला किया।