×

Hamirpur News: 33 ग्राम पंचायतों में 52 गांव पेयजल योजना से होंगे लाभान्वित

Hamirpur: जिले में ग्रामीण इलाकों में पीने के साफ पानी की आपूर्ति पर लगातार काम कर रही राज्य सरकार की 33 ग्राम पंचायतों में 52 गांव पेयजल आपूर्ति योजनाओं से इस माह लाभान्वित होंगे

Ravindra Singh
Published on: 8 Nov 2022 2:11 PM GMT
Hamirpur News In Hindi
X

drinking water scheme in hamirpur (photo: social media ) 

Hamirpur News: बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में ग्रामीण इलाकों में पीने के साफ पानी की आपूर्ति पर लगातार काम कर रही राज्य सरकार की 33 ग्राम पंचायतों में 52 गांव पेयजल आपूर्ति योजनाओं से इस माह लाभान्वित होंगे। कभी पानी के त्राहिमाम करने वाले जिले के कुछ ग्रामीण इलाकों में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की हर घर नल से जल योजना से नई पहचान बन गई है। लोग अब वो दिन भूल गये हैं जब बूंद-बूंद पानी के लिए उनको कई मील दूर जाना पड़ता था।

33 ग्राम पंचायतों में पहुंचा दिए गए हैं पानी के कनेक्शन

गोहण्ड, राठ, सरीला एवं मुस्करा ब्लॉक में 33 ग्राम पंचायतों में सबसे अधिक घरों में पानी के कनेक्शन पहुंचा दिये गए हैं। वहीं एडीएम नमामि गंगे राजेश कुमार यादव ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में क्रियान्वित भारत सरकार की महत्वाकाँक्षी योजना हर घर नल जल के अर्न्तर्गत निर्माण कार्य एवं पेयजल आपूर्ति का कार्य युद्धस्तर की एक प्रगति पर है। जिसके अंतर्गत गोहाण्ड, राठ, सरीला एवं मुस्कुरा ब्लॉक की लगभग 33- ग्राम पंचायतों में पूर्व निरीक्षण का कार्य पूरा हो गया है। इन ग्राम पंचायतों से 52 ग्राम इस माह लाभान्वित हो जाएंगें। शेष ग्राम पंचायतों का कार्य भी जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा।

पति की हत्या में नामजद विधवा को चरित्र प्रमाण पत्र

Hamirpur News: पति की हत्या में नामजद विधवा को पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने चरित्र प्रमाण पत्र जारी करके उसे क्लीन चिट दे दी। फिलहाल पुलिस का यह चरित्र प्रमाण पत्र एक वर्ष के लिए मान्य है। इसी चरित्र प्रमाण पत्र की दम पर आरोपी महिला ने कस्बे की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में ठेकेदार की अधीन नौकरी हासिल कर ली। जिसे बाद में नौकरी से निकाल दिया गया है। थाना क्षेत्र के चन्दपुरवा बुजुर्ग निवासी रीना पति की हत्या के आरोप में जेल में निरुद्ध रही है। पति की हत्या का मुकदमा मौदहा कोतवाली में अपराध संख्या 583/17 धारा 302/506 के तहत दर्ज है।

ये है मामला

जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद रीना ने नौकरी हासिल करने की गरज से चरित्र प्रमाण पत्र के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन किया। चरित्र प्रमाण पत्र जारी होने के पूर्व जनपद के सभी थानों से रिपोर्ट मांगी जाती है, लेकिन शायद पुलिस ने इस प्रकरण में ऐसा नहीं किया और गत 18 फरवरी 2022 को उसे चरित्र प्रमाण पत्र जारी करके बेदाग छवि का बता दिया। वैसे यह प्रमाण पत्र एक वर्ष के लिए ही विधि मान्य है, लेकिन इसी प्रमाण पत्र की दम पर रीना ने कस्बे में संचालित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में ठेकेदार की अधीन नौकरी हासिल कर ली और गत 15 सितंबर को ठेकेदार पर ही छेड़खानी करने का आरोप लगाकर पुलिस अधीक्षक सहित थानाध्यक्ष के पास शिकायत कर दी। पुलिस की जांच में मामला फर्जी निकला। तब कहीं जाकर ठेकेदार को राहत मिली थी। हत्या आरोपी महिला को बेदाग होने का चरित्र प्रमाण पत्र कैसे जारी हो गया, यह तो जांच का विषय है। लेकिन जिस तरह की लापरवाही बरती गई, उससे यह साबित होता है कि पुलिस से किसी समय कुछ भी कराया जा सकता है।

हत्या में वांछित महिला का चरित्र प्रमाण पत्र बनने का मामला गंभीर: एएसपी

थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि यह मामला उनके समय का नहीं है। एएसपी अनूप कुमार का कहना है कि हत्या में वांछित महिला का चरित्र प्रमाण पत्र बनने का मामला गंभीर है। विभागीय जांच कराई जाएगी कि कैसे चरित्र प्रमाण पत्र बनाया गया है, जो भी इसमें दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story