TRENDING TAGS :
Hapur News: सेटलाइट में नहीं दिखाई देता शहर में जल रहा कूड़ा, किसानों पर ही चल रहा कार्यवाही का जोर
Hapur News: जिला प्रशासन किसानों के पीछे पड़ा है, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की आंख के नीचे आगजनी हो रही है।
Hapur News: जिला प्रशासन को सैटेलाइट में केवल किसानों के धान अवशेषों में लगी आग ही नजर आती है। यदि सरकारी कार्यालयों सहित अन्य मौहल्लो में कबाड़ को आग के हवाले किया जाए तो यह न तो सैटेलाइट में आता है तथा शायद न ही इससे वायु प्रदूषण होता है। कुछ ऐसा ही जनपद में देखने में पाया जा रहा है। पिछले काफ़ी समय से पूरा प्रशासन धान अवशेषों को आग लगाने वाले किसानों की धरपकड़ में जुटा है। आंकड़ों के अनुसार प्रशासन द्वारा सैटेलाइट के माध्यम से धान अवशेष जलाने के आठ मामले सामने आए हैं। इसमें धौलाना और हापुड़ के आठ किसानों पर जुर्माना लगाया गया हैं। जबकि एक महिला किसान कों नोटिस जारी किया गया हैं।
कूड़े के ढेर में लगाई जा रही आग
जिला प्रशासन किसानों के पीछे पड़ा है, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की आंख के नीचे आगजनी हो रही है। शुक्रवार को नगर के स्वर्ग आश्रम रोड़ पर स्थित दमकल विभाग के ऑफिस के सामने पड़े कूड़े के ढेर को आग के हवाले कर दिया गया। यह आग करीब एक घंटे तक सुलगती रही, लेकिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने इसे रोकने का प्रयास नहीं किया। नाम न छापने की शर्त पर एक रेहड़ी वाले ने बताया कि नगर पालिका के कर्मचारी आसपास का कूड़ा-कर्कट यहां एकत्रित करते हैं तथा कुछ दिन बाद इसे आग के हवाले कर दिया जाता है।
तारकोल व अन्य पदार्थों से फैल रहा हैं प्रदूषण
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा भी सरेआम प्रदूषण करते देखा जा सकता है। संबंधित विभाग के कर्मचारी नवनिर्माणाधीन सड़क निर्माण व मरम्मत के समय सरेआम तारकोल व अन्य पदार्थों की सहायता से बजरी का मिक्सर तैयार करते हैं। क्या इससे वायु प्रदूषण नहीं होता?फ्री गंज रोड़ पर सड़क की मरम्मत हो रही सड़क के समय तारकोल के कई ड्रमों को आग के हवाले कर बजरी तैयार की गई। इसके साथ ही शहर में सैंकड़ों जगह कूड़ा जलाया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि यह आगजनी सैटेलाइट में क्यों नहीं आई?
क्या बोले प्रभारी ईओ व एसडीएम?
इस सबंध में प्रभारी ईओ व एसडीएम मनोज कुमार का कहना हैं कि कूड़ा जलाने वालों की नगर पालिका ने निगरानी शुरू कर दी है। सभी सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि इस प्रकार की घटना संज्ञान में आने पर तत्काल संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रैप के पहले चरण में खुले में कूड़ा इकठ्ठा करने, खुले वाहन में ट्रांसपोर्ट करने और कूड़ा जलाने पर पाबंदी लागू है। आग लगाने का जों भी जिम्मेदार सामने आएगा।उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।