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Hapur News: जिन्दा लोगों को कागजों में दिखाते थे मृत, कई राज्य के लोगों से की करोड़ों की ठगी, पुलिस ने किया खुलासा

Hapur News: आरोपियों ने बताया कि वह लोग बैंकों में जाकर बैठ जाते हैं। बैंक में मौजूद भोले भाले लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर उनके बैंक खाते व नाम पते व मोबाइल नम्बर की जानकारी ले लेते हैं।

Avnish Pal
Published on: 11 Aug 2023 10:59 PM IST
Hapur News: जिन्दा लोगों को कागजों में दिखाते थे मृत, कई राज्य के लोगों से की करोड़ों की ठगी, पुलिस ने किया खुलासा
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घटना की खुलासा करते पुलिस अधिकारी (Pic: Newstrack)

Hapur News: साइबर सेल व थाना हापुड नगर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम ने जिन्दा लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की रिप्लेस सिम निकलवाकर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर धनराशि निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने आरोपियों बरामद किया समान

आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने ढाई लाख रुपये नकदी ,पांच मोबाइल फोन, बैंक की मोहर व भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक तथा घटना में प्रयुक्त लग्जरी शिवफ्ट कार, चैक बुक बरामद की है। वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम अमित शर्मा, उमेश कुमार और गरिमा सिंह है। तीनों आरोपी जनपद गौतमबुद्धनगर व वेस्ट दिल्ली के निवासी है।

पूछताछ में आरोपियों ने किया खुलासा

आरोपियों ने बताया कि वह लोग बैंकों में जाकर बैठ जाते हैं। बैंक में मौजूद भोले भाले लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर उनके बैंक खाते व नाम पते व मोबाइल नम्बर की जानकारी ले लेते हैं। फिर हम बरामद मोबाइल में मृत्यु प्रमाण पत्री डाउनलोड करके उसे एडिट करने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर लोगों के खाते से लिंक मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम निकलवाने के लिये सम्बन्धित सिम कम्पनी के स्टोर पर जाकर जिस व्यक्ति की सिम निकलवाना होता था, तो हम लोग स्वंय को उसका बेटा या बेटी बनकर एक फर्जी आधार कार्ड जिसमें अपना फोट लगाकर कोई भी नाम लिखकर उसमें जिस व्यक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया है। उसका पिता के रुप में नाम व पता लिखकर तैयार कर लेते हैं। फिर इसी आधार कार्ड से डुप्लीकेट सिम को निकलवाकर एक्टिवेट कर लेते हैं फिर लोगों के खातों से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खाताधारक के बैंक खाते को उसी बैंक की दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कराकर पासबुक व डेविट कार्ड जारी कराकर अपने पतों पर मंगा लेते हैं।

इंटरनेट बैंकिंग के जरिये यूजर आई0डी0 पासवर्ड फोरगेट कर धोखाधड़ी से धनराशि ट्रांसफर कर निकासी कर लेते हैं। इसी प्रकार हम लोगों ने हापुड के जनपद में सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाली अलका देवी के पति भागीरथ का मोबाइल से एक मृत्यु प्रमाण पत्र डाउनलोड करके उसे एडिट करने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके खाते से लिंक मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम निकलवाने के लिये VI STORE कम्पनी के हापुड के स्टोर पर जाकर गरिमा को भागीरथ की पुत्री बताकर अमित शर्मा द्वारा अपने मोबाइल से फर्जी गरिमा का आधार कार्ड बनाकर ले गये थे। फिर VI. STORE के कर्मचारियों द्वारा हमें एक सिम सँख्या दी गई थी। परंतु किसी कारण से यह सिम एक्टिवेट नहीं हो सकी इससे पहले हमने बुलंदशहर VI STORE पर भी उमेश की फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड से सिम निकलवाने का प्रयास किया था। डुप्लीकेट सिम एक्टीवेट न हो पाने के कारण भागीरथ के बैंक खाते से हम लोग धनराशि नहीं निकाल पाये थे।

इसी प्रकार हमने विक्रांत प्रधान पुत्र रामचरण विश्वकर्मा निवासी बी-96 एनएच-2 एनटीपीसी कॉलोनी विंध्यनगर सिंगरौली (मध्य प्रदेश ), राधे श्याम रांकावत पुत्र रामचंद्र रांकावत निवासी 5/21 मुक्ता प्रसाद नगर (बीकानेर राजस्थान), रामचरण विश्वकर्मा पुत्र गुरु प्रसाद विश्वकर्मा निवासी बी-96 एनएच-2 मुक्ता प्रसाद नगर (बीकानेर राजस्थान) व लक्ष्मण सिंह निवासी धौलपुर (राजस्थान) के साथ लाखों रुपयों की ठगी की घटना की थी।

एसपी हापुड ने किया शातिरों का खुलासा

एसपी हापुड अभिषेक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी है। इन सभी आरोपियों के द्वारा मुंबई, मध्यप्रदेश, राजस्थान व दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस तरह की कई घटना कारित कर करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी की गई है।



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