TRENDING TAGS :
Hapur News: मकर संक्रांति पर्व को लेकर मेरठ रेंज के डीआईजी ने गंगा घाट का किया निरीक्षण, दिए निर्देश
Hapur News: मकर संक्रांति पर्व पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी सहित कई राज्यों से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए आते हैं।हिंदू धर्म में सूर्यदेवता से जुड़े कई प्रमुख त्योहारों को मनाने की परंपरा है। उन्हीं में से एक है मकर संक्राति।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर तीर्थनगरी में मेरठ रेंज जोन के डीआईजी नें एसपी सहित अन्य अधिकारीयों के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा बंदोबस्त को बारीकी से परखा। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस अफसरों को मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान को लेकर सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
हिन्दू धर्म में हैं यह मान्यता
मकर संक्रांति पर्व पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी सहित कई राज्यों से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए आते हैं।हिंदू धर्म में सूर्यदेवता से जुड़े कई प्रमुख त्योहारों को मनाने की परंपरा है। उन्हीं में से एक है मकर संक्राति। भगवान भास्कर उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो सूर्य की इस संक्रांति को मकर संक्राति के रूप में देश भर में मनाया जाता है।वही मान्यता हैं किभगवान शिव की जटाओं से निकलीं मां गंगा धरती पर मकर संक्रांति के दिन ही पहुंची थीं। इसलिए मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने की परंपरा है. मकर संक्रांति के दिन राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों का तर्पण किया जिससे उनको मुक्ति मिली. इसलिए मकर संक्रांति के दिन अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया जाता है.
क्या बोले मेरठ रेंज डीआईजी
मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी नें मिडिया सें वार्ता करते हुए बताया कि,गढमुक्तेश्वर तीर्थंनगरी के ब्रजघाट में काफ़ी श्रद्धालुओं की भीड़ रहती हैं। मकर संक्रांति पर्व पर इनपुट हैं कि दूर दराज सें बाहर सें आने वाले 70 हजार श्रद्धालुओं की भीड़ आने का अनुमान हैं।इसी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं।जिसको लेकर ब्रजघाट में मुआयाना किये गया हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को पूरी तरह जाम मुक्त रखने और गंगा भक्तों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने की सभी व्यवस्था पूरी कर ली गई थी,घाटों में प्राइवेट कपड़ो में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।और इस दिन हजारों श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं। इसके अलावा, लोग इस दिन दान-पुण्य के कार्य भी करते हैं।पुलिस और प्रशासन का मुख्य उद्देश्य इस धार्मिक आयोजन को सुरक्षित और सफल बनाना है, ताकि श्रद्धालुओं का अनुभव अविस्मरणीय हो।