TRENDING TAGS :
Hapur News:आसमान से बरस रही आग, गर्मी में हांफने लगे ट्रांसफार्मर, ठंडा करने के लिए लगाए कूलर
Hapur News: गर्मी की वजह से शहर में ट्रांसफर्मर का तापमान 60 से 65 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है। इस स्थिति में ट्रांसफर्मर खराब होने की भी संभावना है।
Hapur News: जनपद में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। इंसानों को छोड़िए अब मशीन भी गर्मी में हांफने लगी हैं। हापुड़ में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। ऐसे में गर्मी के कारण आम लोगों का हाल बेहाल है। साथ ही बिजली सप्लाई के लिए लगे ट्रांसफर्मर भी हांफ रहे हैं। गर्मी की वजह से शहर में ट्रांसफर्मर का तापमान 60 से 65 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है। इस स्थिति में ट्रांसफर्मर खराब होने की भी संभावना है।
ट्रांसफॉर्मर को दी जा रही कूलर की हवा
नगर के मोदीनगर रोड बिजली घर में गर्मी से बचाने के लिए ट्रांसफर्मर को कूलर की हवा दी जा रही है। कूलर की हवा से ट्रांसफर्मर को ठंडा रखा जा रहा है ताकि बिजली आपूर्ति बाधित ना हो सके। बिजली विभाग की तरफ से अन्य बिजली घरों में ट्रांसफर्मर को ठंडा रखने के लिए कूलर जल्द लगाए जाएंगे।
तापमान में नहीं आएगी अभी कमी
वहीं, जनपद हापुड़ में 46 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। पूरे शहर में कई दिनों से लू की भी स्थिति है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी और लू से राहत नहीं मिलने वाली है। लू की वजह से बीमारियों भी बढ़ रही हैं। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। व्यवस्था जमाने में प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं।
इसलिए आती है ट्रिपिंग की समस्या
शहर में तापमान ज्यादा बढ़ने की वजह से बिजली की खपत भी अधिक बढ़ गई है। एसी, कूलर, फ्रिज, पंखे ज्यादा चलने लगे हैं। इसकी वजह से ट्रांसफर्मर पर लोड भी ज्यादा हैं। लोड की वजह से कई इलाकों में बिजौली कटौती भी हो रही है। गर्मी या अन्य दिनों में ट्रिपिंग की समस्या आने के कई कारण विभाग ने बताए हैं। इसमें ओव्हरलोड मुख्य है, वहीं डीओ टूटना, फ्यूज उडऩा, तार टूटना, तेज आंधी तूफान, पक्षियों के तार में बैठने से शार्ट सर्किट होना, अर्थिंग सूखी होने से न्यूटल फेल हो जाना व विद्युततार में पेड़ां के डाल गिरने या टच होने से ट्रिपिंग की समस्या आती है।
क्या बोले ऊर्जा निगम के अधिकारी
उपखण्ड अधिकरी द्वितीय उमाकांत शर्मा ने बताया कि नगरवासियों को बेहतर विद्युत आपूर्ति हो सके इसके लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है, वहीं फाल्ट सुधारने के लिए 24 घंटे उड़न दस्ता तैनात रहता है।