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Hapur News: स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही करने में खुद बीमार, डॉक्टर के कागजात चोरी कराकर चलाए जा रहे आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड सेंटर

Hapur News: जनपद में प्रत्येक शहर-कस्बे में अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। इनमें सभी सेंटर डिग्रीधारी डॉक्टरो के नाम पर हैं। यह उन्हीं डॉक्टरो के हस्ताक्षर वाली रिपोर्ट भी मरीजों को देते हैं। ऐसे कई मामले हाल ही में सामने आए हैं।

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Published on: 8 Oct 2024 12:06 PM IST
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Hapur News: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में मेरठ के डॉक्टर के कागजात चोरी कराकर जनपद में आधा दर्जन स्थानों पर फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित किए जा रहे हैं।आरोपी मेरठ के ही डॉक्टर से मिलते-जुलते हस्ताक्षर करके अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट भी जारी करते रहे। मामला संज्ञान में आने पर डॉक्टर ने सीएमओ कार्यालय पर इसकी शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। इस पर डॉक्टर ने डीएम से मुलाकात की। डीएम की नाराजगी के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने दो सेंटर को सीज कर दिया है। वहीं डॉक्टर की ओर से आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को पुलिस में शिकायत दी गई है।

अलग -अलग जगह चले रहें हैं अल्ट्रासाउंड सेंटर

जनपद में प्रत्येक शहर-कस्बे में अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। इनमें सभी सेंटर डिग्रीधारी डॉक्टरो के नाम पर हैं। यह उन्हीं डॉक्टरो के हस्ताक्षर वाली रिपोर्ट भी मरीजों को देते हैं। ऐसे कई मामले हाल ही में सामने आए हैं। जनपद में चार अल्ट्रासाउंड सेंटर मेरठ की डा. उर्वसी सागर (एमबीबीएस एमडी ) के नाम पर चल रहे थे। इनमें एक गढ़मुक्तेश्वर में सहारा अल्ट्रासाउंड सेंटर और दूसरा सिंभावली में न्यू पब्लिक अल्ट्रासाउंड सेंटर के नाम से चल रहा था। वहीं एक धौलाना में और एक बाबूगढ़-किठौर मार्ग पर चलाया जा रहा था। इन चारों सेंटर का संचालन गढ़मुक्तेश्वर का रहने वाला अशजद खान करा रहा था। इसी तरह कई अन्य डॉक्टरो के नाम पर भी अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। पिछले दिनों गढ़मुक्तेश्वर में ही बीएमआर अल्ट्रासाउंड सेंटर ने किशोर की रिपोर्ट में गर्भाशय में संक्रमण दिखा दिया था। जिसके बाद उसको सीज कर दिया था। जोकि अब दोबारा से संचालित हो गया है।

ऐसे उजागर हुआ मामला

गढ़मुक्तेश्वर की एक महिला का अल्ट्रासाउंड सहारा अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हुआ था। उसकी रिपोर्ट पर डाक्टर उर्वसी सागर के हस्ताक्षर थे। यहां पर उपचार से आराम नहीं मिलने पर वह मेरठ में डॉक्टर को दिखाने के लिए चली गईं। वहां पर डॉक्टर से अल्ट्रासाउंड कराने को कहा। इस पर डा. उर्वसी सागर के सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने पहुंच गईं। वहां पर महिला मरीज ने अपने गढ़मुक्तेश्वर के अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट दिखाई। इस डा. उर्वसी अपना नाम व मिलते-जुलते हस्ताक्षर देखकर दंग रह गईं। वह अपने परिजनों के साथ गढ़मुक्तेश्वर में सहारा सेंटर पर पहुंची। वहां पर बताया गया कि डा. साहब सिंभावली वाले अपने न्यू पब्लिक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गए हैं। वह सिंभावली आई तो वहां पर भी उनके ही नाम से सेंटर चल रहा था।

मामले में सीएमओ से की थीं शिकायत

डा. उर्वसी सागर ने इसकी शिकायत करीब चार दिन पहले सीएमओ से की। उसके बावजूद फर्जी सेंटर संचालकों पर कार्रवाई नहीं की गई। वहीं डा. उर्वसी को झूठी जानकारी दे दी गई कि दोनों सेंटर सील कर दिए गए हैं। उन्होंने पहुंचकर देखा तो दोनों सेंटर संचालित मिले। इस पर उन्होंने डीएम से शिकायत की। डीएम के कड़ा रुख अपनाने के बाद देर शाम को यह सेंटर सील किए गए। वहीं सिंभावली व गढ़ थाना पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कराने को शिकायत दे दी गई है।

दलाल के माध्यम सें लिए थे कागजात

अल्ट्रासाउंड सेंटर मालिक असजद शान नें बताया कि हमको मेरठ के डॉक्टर के कागजात एक दलाल के माध्यम से प्राप्त हुए थे। दलाल ने हापुड़ सीएचसी पर तैनात डॉक्टर के कहने पर यह कागजात दिए थे। हम डा. उर्वसी सागर से परिचित नहीं हैं। दाेनों सेंटर का संचालन छोटा भाई करता है। अब हमारे दोनों सेंटर सील हो गए हैं।

दोनों सेंटर काे सील कर जाँच जारी

इस सबंध में सीएमओं सुनील त्यागी का कहना हैं कि डा. उर्वसी सागर ने अपने नाम से फर्जी तरीके से अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालित होने की शिकायत कल दी थी। यह लाइसेंस मेरी तैनाती से पहले ही जारी किए गए थे। दोनों सेंटर काे सील कर दिया गया है। वहीं इस मामले की गहनता से जांच कराई जा रही है।

Shalini singh

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