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Hapur News: मन में बेटे की आस, पति-पत्नी जा रहें थे भोलेनाथ के दर्शन करने, सड़क दुर्घटना में हुई मौत

Hapur News: पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेकर परिजन गांव में पहुंचेंगे। सभी शवों के आने का इंतजार कर रहे।

Avnish Pal
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Published on: 12 Sept 2024 12:51 PM IST
Hapur News: मन में बेटे की आस, पति-पत्नी जा रहें थे भोलेनाथ के दर्शन करने, सड़क दुर्घटना में हुई मौत
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पति-पत्नी की सड़क दुर्घटना में हुई मौत  (फोटो: सोशल मीडिया )

Hapur News: शादी के 12 साल बाद भी संतान की प्राप्ति न होने से निराश थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव बागड़पुर के एक दंपती मन्नत मांगने केदारनाथ धाम की यात्रा करने घर से निकले था। मगर, उत्तराखंड के ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर देवप्रयाग के निकट सड़क दुर्घटना में दंपती की मौत हो गई। सुबह दंपती की मौत की सूचना परिजनों को मिली तो चीख पुकार मच गईं । परिजन दंपती का शव लेने के लिए घर से रवाना हो गए।

मृतकों के परिजनों की जुबानी

गांव बागड़पुर के भीमपाल ने बताया कि वह किसान है। खेतीबाड़ी करके उन्होंने पत्नी कौशल, पुत्र पंकज उर्फ पिंकू व रिंकू का भरण पोषण किया। दोनों पुत्रों को शिक्षित बनाया। वर्ष 2012 में बड़े पुत्र पंकज उर्फ पिंकू की शादी कस्बा बाबूगढ़ की संगीता से हुई थी। जिसके बाद उनके मन में बेटे व बेटी की चाह बढ़ गई। मगर, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। साल दर साल गुजरते गए मगर, पंकज की पत्नी संगीता मां न बन सकी। पंकज ने अपना व पत्नी संगीता का न जाने कितने चिकित्सकों से उपचार कराया। मगर, संतान प्राप्ति नहीं हो सकी। यह बात पुत्र व पुत्रवधू को मन ही मन खाए जा रही थी। अस्पतालों में उपचार कराकर पुत्र व पुत्रवधू थक गए। इसके बाद जिसने जहां बताया उसी वैद्य व हकीम से दवा लेकर दोनों ने खाई थी। इतना ही नहीं मंदिरों में पुजारियों से पूजा पाठ कराई। विभिन्न धार्मिक स्थालों व मंदिरों पर जाकर मन्नत मांगी मगर, कुछ काम नहीं आया। फिर भी पुत्र व पुत्रवधू का भगवान से भरोसा नहीं उठा और उन्होंने पूजा पाठ को जारी रखा।

पापा.. गेरी का ध्यान रखना, इस बार भोलेनाथ जरूर सुनेंगे

भीमपाल ने बताया कि पंकज व उसकी पत्नी संगीता ने केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाकर मन्नत मांगने की बात उनसे कही थी। जिसके बाद उन्होंने दोनों को जाने की अनुमति दे दी थी। मंगलवार सुबह पंकज बाइक पर संगीता को लेकर यात्रा पर जाने के लिए निकला था। घर से जाते वक्त पुत्र ने उनसे कहा था कि घर के पालतू कुत्ते गेरी का ध्यान रखना। इस बार भोलेनाथ के धाम से खाली हाथ नहीं लौटूंगा। मगर किसी को यह नहीं पता था कि पंकज व संगीता कभी दोबारा घर वापस ही नहीं लौट सकेंगे।

बेटे- बहु की मौत की बात सुनते ही बदहवास हो गई मां

भीमपाल ने बताया कि सुबह के दस बजे थे। तभी उनके मोबाइल की घंटी बजी। काल पर उन्हें पुलिस ने बताया कि पंकज व संगीता की दुर्घटना में मौत हो गई है। पुत्र व पुत्रवधू के मौत की खबर सुनते ही उनकी पत्नी कौशल बदहवास होकर जमीन पर गिर गई। अन्य परिजनों में चीख पुकार मच गईं । कुछ ही देर में खबर पूरे गांव में फैल गई। ग्रामीणों के साथ-साथ रिश्तेदार व परिचितों का आना-शुरू हो गया।

शव आने का कर रहे इंतजार

भीमपाल ने बताया कि पुत्र व पुत्रवधू के शव का उत्तराखंड पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिजन वहां मौजूद है। पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेकर परिजन गांव में पहुंचेंगे। सभी शवों के आने का इंतजार कर रहे। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार कराया जाएगा।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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