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Kartik Mela 2023: गोपाष्टमी पर्व कल से होगा शुरू, जानें शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
Hapur News: तीर्थंनगरी खादर में लगने वाला मेला काफी पौराणिक और ब्रजघाट के शहरी मेले में पड़ाव डालने वाले लाखों भक्त मोक्ष दायिनी गंगा के किनारे विभिन्न पर्व मनाते है। जिनमे प्रथम पर्व कहलाए जाने वाला गोपाष्टमी पर्व 20 नवंबर को मनाया जाएगा।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थंनगरी में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले में सबसे प्रथम कहलाए जाने वाला गोपाष्टमी पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। जिसमे विभिन्न प्रांतों से जुड़े लाखो भक्त खादर मेला व ब्रजघाट गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर गोमाता की पूजा अर्चना करेंगे। आपको बता दे कि तीर्थंनगरी खादर में लगने वाला मेला काफी पौराणिक और ब्रजघाट के शहरी मेले में पड़ाव डालने वाले लाखों भक्त मोक्ष दायिनी गंगा के किनारे विभिन्न पर्व मनाते है। जिनमे प्रथम पर्व कहलाए जाने वाला गोपाष्टमी पर्व 20 नवंबर को मनाया जाएगा। गोपाष्टमी पर्व को लेकर गंगा तट समेत ब्रजघाट तीर्थंनगरी में भी दिल्ली,हरियाणा, राजस्थान, सहित विभिन्न महानगरों से भक्तों का आगमन आज शाम से शुरू हो जाएगा।
इसलियें मनाई जाती है गोपाष्टमी पर्व
वही पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि नंद बाबा ने कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्ठमी को प्रथम बार भगवान श्रीकृष्ण को गायों को चराने जगंल में भेजा था। जिन्होंने गोमाता की वैदिक रीति रिवाज से पूजा अर्चना कर अपने दायित्व का निर्वहन प्रारम्भ किया था। जिसके उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि महाभारत के विनाशकारी युद्ध के बाद पांडवों को गढ़ खादर मेले में लेकर आए थे, भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे विभिन्न अनुष्ठान सपन्न कराए थे। जिनमे सर्वप्रथम गोपाष्टमी पर्व मनाया गया था।
गोपाष्टमी पर्व पर पूजा विधि
इस दिन गंगा मैया में डुबकी लगाकर गोमाता को गुड़,चने,जौ मालपुआ, गन्ना खिलाने के साथ ही रोली ,चावल ,फूल,चंदन से तिलक कर पूजा अर्चना की जाती है। गोपाष्टमी पर गंगा में डुबकी लगाने वाले मनोवांछित फल पाने के साथ ही पापों से मुक्ति पाते है। कार्तिक पूर्णिमा मेले में पड़ाव डाल चुके श्रद्धालुओं सुबह सूर्य उदय के साथ गंगा की जलधारा में स्नान कर रहे है।सुबह से दोपहर तक श्रद्धालु गंगा में स्नान कर पुण्य कमा रहे है।
कल मनाया जाएगा गोपाष्टमी पर्व
गोपाष्टमी का पर्व 20 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर यह पर्व मनाया जाता है। इस साल अष्टमी तिथि सोमवार 20 नवंबर 2023 सुबह 05 बजकर 21 मिनट से शुरू हो जाएगी और मंगलवार 21 नवंबर 2023 सुबह 03 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में गो पूजन पर समर्पित गोपाष्टमी का पर्व सोमवार 20 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा।