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Hapur News: खनन माफिया नें मृत किसान के नाम से परमिशन बनवाकर किया खनन, मुकदमा दर्ज

Hapur News: एक गांव के किसान के नाम से खनन माफिया ने खनन की परमिशन प्राप्त कर ली। खनन का कार्य हो जाने और भुगतान प्राप्त कर लेने के किसान के परिवार के लोगों को आरोपियों की करतूत का पता चला।

Avnish Pal
Report Avnish Pal
Published on: 14 Nov 2024 3:16 PM IST
Hapur News (Pic- News Track)
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 Hapur News (Pic- News Track)

Hapur News :-यूपी के जनपद हापुड़ के थाना हाफिजपुर क्षेत्र में करीब तीन साल पहले मर चुके एक गांव के किसान के नाम से खनन माफिया ने खनन की परमिशन प्राप्त कर ली। खनन का कार्य हो जाने और भुगतान प्राप्त कर लेने के किसान के परिवार के लोगों को आरोपियों की करतूत का पता चला। मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से शिकायत करने के बाद पुलिस ने पूरे प्रकरण में शामिल आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बता दें कि इससे पहले भी गांव के हलका लेखपाल ने भी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस की जुबानी, तहरीर की कहानी

पुलिस नें जानकारी देते हुए बताया कि थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव गिरधरपुर तुमरैल के कुलदीप बाना ने तहरीर देते हुए बताया कि उनके चाचा राजकरण सिंह की मृत्यु 19 जून 2021 को हो गई थी। नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव अच्छेजा के खनन माफिया विजेंद्र भाटी, रवि भाटी, राहुल, हाफिजपुर क्षेत्र के गांव घुंघराला के जाहिद, मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र के गांव लालपुर के रामनिवास और गाजियाबाद में मालीवाड़ा के रनवीर सिंह ने मृतक के नाम से फर्जी परमिशन बनवा ली। राजकरण के साथ ही उनके भाई शिवकरण सिंह के नाम से भी परमिशन बनवा ली गई।

शिवकरण सिंह की मृत्यु 2022 में हो गई थी। आरोपियों ने खनन की परमिशन जनवरी 2024 में बनी हुई दिखाई है। उसके आधार पर दो एकड़ से ज्यादा उपजाऊ खेतों से रातों रात बुल्डोजर से खनन कर डाला। यहां की मिट्टी को उन्होंने हाफिजपुर व धौलाना क्षेत्र में बन रही अवैध कालोनियों के भराव में बेच दिया। शिकायत पर आरोपियों ने उसे हत्या की धमकी भी दी।मामले में पीड़ित ने आईजीआरएस पर शिकायत की थी। मामले में 13 अगस्त 2024 को उपजिलाधिकारी कार्यालय हापुड़ में पीड़ित ने अपने बयान भी दर्ज कराए थे। इसके बाद उच्चाधिकारियों से शिकायत की। मगर, कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई थी।

आरोपियों के खिलाफ होंगी कार्यवाही

इस सबंध में थाना हाफिजपुर प्रभारी आशीष कुमार ने बताया कि मामले में उक्त सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई कराई जाएगी।

जिसने दी थी परमिशन , बचने को उसने ही दर्ज कराई थी रिपोर्ट -

प्रकरण में दिलचस्प बात यह है कि खनन के लिए जब आरोपियों ने तीन साल पहले में मर चुके किसान के नाम से खनन की परमिशन के लिए आवेदन किया था। उस वक्त लेखपाल ने मामले में लापरवाही बरतकर अपनी रिपोर्ट प्रेषित की थी। जिसके आधार पर खनन की परमिशन हुई। या फिर यूं कहें कि जेब भरने के लालच में लेखपाल ने आरोपियों से मिलीभगत की। स्वयं को बचाने के लिए पिछले माह गिरधरपुर तुमरैल गांव के हलका लेखपाल संजीव कुमार ने उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

जिसमें लेखपाल ने बताया था कि गांव के गाटा संख्या 330, 333, 334 और 317 में खनन के लिए परमिट लिया गया था। यहां पर 13984 घन मीटर मिट्टी का खनन बिजेंद्र भाटी ने कराया। उक्त गाटा संख्या में प्रदीप बाना, संदीप कुमार, ओमवती, राजकरण, शिवकरण, रविंद्रपाल, जोरावर, रोहित, राहुल और अमरेश खातेदार हैं। इन खेतों में खनन करने के बदले में बिजेंद्र भाटी ने संजय चौधरी, राहुल बाना, कुलदीप और राजकिरण के खातों में रुपये ट्रांसफर किए थे। खनन हो जाने और रुपये प्राप्त कर लेने पर जानकारी में आया कि राजकरण की मृत्यु 19 जून 21 को हो गई थी। खनन माफिया और किसानों ने उसके बाद फर्जी कागजात पर परमिशन करा ली थी।

Shalini Rai

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