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Hapur news: बाइक से पटाखे की आवाज निकालने वालों की खैर नहीं, गाड़ी होगी जब्त

Hapur news: साइलेंसर में छेड़छाड़ कर बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे जैसी आवाज निकालने के मामले में पुलिस अब आटो पार्ट विक्रेता, मैकेनिक और वेल्डर पर भी कार्रवाई करेगी।

Avnish Pal
Report Avnish Pal
Published on: 20 Feb 2024 5:41 PM IST
Uttar Pradesh
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Police strictness on bullet motorcycle source: Newstarck  

Hapur news: साइलेंसर में छेड़छाड़ कर बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे जैसी आवाज निकालने के मामले में पुलिस अब आटो पार्ट विक्रेता, मैकेनिक और वेल्डर पर भी कार्रवाई करेगी। सीओ ट्रैफिक वरूण मिश्रा ने शहर में अलग-अलग जगह से आटो पार्ट विक्रेता, मैकेनिक और वेल्डरों के खिलाफ भी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि इन तीनों की भूमिका के बिना मोटरसाइकिल के साइलेंसर में छेड़छाड़ नहीं हो सकती। ट्रैफिक विभाग द्वारा रोज मॉडीफाई साइलेंसर को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। जहाँ ट्रैफिक पुलिस ने 40 बुलेट मोटरसाइकिलों की जांच की। इनमें से 25 मोटरसाइकिल के साइलेंसर में छेड़छाड़ की गई थी। जिससे उनमें से पटाखे जैसी आवाज निकल रही थी। इन सभी मोटरसाइकिलों के मॉडिफाई साइलेंसर निकलवाकर कार्यवाही की गई है।

क्या कहते है जनपद के उच्च अधिकारी

सीओ ने कहा कि बुलेट मोटरसाइकिल या अन्य वाहन साइलेंसर मॉडिफाई होने के बाद पटाखे जैसी आवाज से दहशत फैलाने का काम करते हैं। अगर किसी बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर में छेड़छाड़ हुई मिलती है तो उसके मालिक से जानकारी ली जाएगी कि उसने किस व्यक्ति से आटो पार्ट खरीदे, किस मैकेनिक और वेल्डर ने साइलेंसर में छेड़छाड़ की। अगर किसी का नाम सामने आया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

Action taken on 24 biker source: Newstrack


इन सभी दुकानदारों को दी चेतावनी

सभी को हिदायत दी गई है कि अपनी दुकानों के सामने बोर्ड पर लिखना होगा कि यहां मोटरसाइकिल के साइलेंसर मोडिफाई नहीं होते है। यह कानूनन अपराध है। टीआई उपदेश यादव सहित सभी ट्रैफिक विभाग के पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए कि वे दुकानदारों, मैकेनिक और वेल्डर को इस संबंध में जानकारी दें और उन्हें जागरूक करें।

इन वाहनों पर की कार्यवाही

टीआई इंचार्ज उपदेश यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ युवक स्कूल, कालेजों के बाहर मोटरसाइकिल से पटाखे जैसी आवाज निकालते हैं। ऐसे में पुलिस स्कूल, कालेजों के बाहर गश्त कर ऐसे युवकों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करेगी। मॉडिफाई साइलेंसर मिलने पर कम से कम 10 हजार रुपये का चालान किया जाएगा। चालान का भुगतान करने और साइलेंसर को नियमों के अनुसार करने पर ही मोटरसाइकिल छोड़ी जाएगी।

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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