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Hapur News: बरसात ने बढ़ाए सब्जियों के दाम, टमाटर ने लगाया शतक, आलू-प्याज भी पीछे नहीं
Hapur News: बारिश के कारण खेतों में भी पानी भर गया है और फसलों के उत्पादन पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। जिसके चलते हापुड़ की नवीन मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
Hapur News: इस साल मानसून की शुरुआत में ही इंद्र देव कुछ ज्यादा मेहरबान दिख रहे हैं। लेकिन, इस वजह से उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी के इलाकों में बारिश का तांडव दिख रहा है। वहीं जून माह के अंतिम सप्ताह में मिजाज बदलने सें बारिश नें दस्तक दी है। पिछले सप्ताह बीच बीच में हुई झमाझम बारिश सें तापमान गिरने सें गर्मी सें राहत मिली है। साथ ही लोगों को जलभराव की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। बारिश के कारण खेतों में भी पानी भर गया है और फसलों के उत्पादन पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। जिसके चलते हापुड़ की नवीन मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
बाहर से कम आ रही हैं सब्जियां
सब्जियों के बढ़े दाम को लेकर नवीन मंडी के थोक व्यापारियों का कहना है कि अभी उत्तराखंड, यूपी अन्य राज्यों में जबरदस्त बारिश और बाढ़ का प्रकोप है। हापुड़ की मंडी में ज्यादातर सब्जियां खेतों से ही आती हैं,लेकिन उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सब्जियों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। पानी के उफान की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। ऐसे में बाहर से काफी कम सब्जी आ रही हैं।
क्या कहते है मंडी के कारोबारी
नवीन मंडी के कारोबारियों का कहना है कि सब्जियों की नई फसलों को आने में अभी अधिक का समय लग सकता है। उनका कहना है कि इस समय खेतों में जो सब्जियों के पौधे लगे थे, वे भारी बारिश की वजह से बरबाद हो गए हैं। इस समय खेतों में पानी भरा है। जब पानी सूखेगा तो उसमें नई पौध लगेगी। नई पौध लगने के बाद तुरंत तो उत्पादन शुरू होगा नहीं। उसमें भी समय लगेगा। इसलिए नई फसल के बाजार में आने में समय तो लगेगा ही।
सब्जियों के दामों में उछाल
मंडी में जनपद से सब्जियों की आवक कम हो गई है। टमाटर बैंगलोर व शिमला से मंगाया जा रहा है, जिससे इसके बाद 40 रुपये प्रतिकिलो से बढक़र 70 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गए हैं। पिछले माह 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाली लौकी, खीरा और तौरी के दाम 20 फीसदी 50 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। वहीं प्याज के दाम भी आंसू निकाल रहे है, प्याज के दाम 40 रुपये किलो से बढक़र 50 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं।