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हजारों लोगों पर हुई कार्रवाई, आयकर विभाग की सूची के आधार पर निरस्त हुए राशन कार्ड
Hapur News: आयकर विभाग से मिली लोगों की सूची पर जिला आपूर्ति विभाग ने 5438 बहुत सें रिक्शा चालक, विधवा, मजदूरों के राशन कार्ड काट दिए है। जिससे इन पात्र के सामने लोगों को दो जून की रोटी खाने का संकट उत्पन्न हो गया है।
Hapur News: आयकर विभाग से मिली लोगों की सूची पर जिला आपूर्ति विभाग ने 5438 बहुत सें रिक्शा चालक, विधवा, मजदूरों के राशन कार्ड काट दिए है। जिससे इन पात्र के सामने लोगों को दो जून की रोटी खाने का संकट उत्पन्न हो गया है। विभाग द्वारा धरातल पर जाँच किए बगैर ही इन्हें राशन से वर्जित कर दिया है। जरुरमंद लोग अब कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है।
बता दे कि, जनपद में 2.17 लाख राशन कार्ड धारक है। जिन्हें हर महीने करीब 9.97 लाख यूनिट राशन मिलता है। पिछले दिनों शासन सें आपूर्ति विभाग कों आयकर विभाग द्वारा तैयार 5438 लोगों की सूची प्राप्त हुई थी। जिसमें सामान्य तौर पर इन लोगों के राशन कार्ड काटे जाने थे। लेकिन आपूर्ति विभाग नें धरातल पर हकीकत जाने बगैर ही राशन कार्ड निरस्त करने शुरू कर दिए है। वहीं हापुड़ में कई ऐसे पात्र हैं जिनका आज तक राशन कार्ड बना ही नहीं है। ऐसे में उनको सरकार की योजना नसीब नहीं हो पाती है।वह राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन के बाद लगातार विभाग में संपर्क करते रहते हैं विभाग लक्ष्य पूरा होने का हवाला देकर उनको लौटा देता है। बीच-बीच में अपात्रों के राशन कार्ड काटने के बाद पात्रों के कार्ड बनाए भी जाते हैं।
केस नबर पहला :- पन्नापुरी मोहल्ला निवासी निशा ने बताया कि, वह विधवा है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। इस आधार पर ही उनका राशन कार्ड बना था। अब उसे रद्द कर दिया गया है राशन डीलर नें बताया कि आयकर विभाग की सूची में उनका नाम आया हैं। जिस कारण राशन कार्ड काटा गया हैं।
केस नंबर दूसरा :- कनिया कल्याणपुर निवासी अनीशा नें बताया कि, मजदूरी सें जीवन यापन कर रहें हैं। पांच यूनिट का राशन कार्ड हैं। लेकिन पिछले दिनों कार्ड निरस्त कर दिया गया हैं। ऐसे में राशन की यूनिट मिलनी बंद हो गईं हैं। आयकर की सूची में उनका नाम कैसे आ गया। कुछ समझ नहीं आ रहा हैं।
केस नंबर तीसरा :- चंद्रलोक कॉलोनी निवासी कौशल्या नें बताया कि, वह बेहद गरीब परिवार सें हैं। चार यूनिट राशन मिलता था। लेकिन अब उनका राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया हैं। कई दिन सें ऑफिस के चक्कर काट रही हूँ। लेकिन मेरी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा हैं।
केस नंबर चौथा :-गांव मुबारिकपुर निवासी सुशील नें बताया कि, वह प्राइवेट नौकरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। राशन कार्ड की पांच यूनिट मिलती थी। लेकिन अब कार्ड निरस्त कर दिया गया हैं। कार्यालय जाते हैं तो कों अधिकारी कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं देता हैं। जिसके लिए उन्हें वापस लौटना पड़ रहा हैं।
क्या बोली जिला आपूर्ति अधिकारी?
इस सबंध जिला आपूर्ति अधिकरी डॉ सीमा सिंह ने बताया कि, पात्रों को राशन दिलाया जा रहा हैं। यदि किसी को भी कोई समस्या हैं तो उनके कार्यालय या पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय पर आकर शिकायत दर्ज करा सकता हैं। पात्रता रखने वाले लोगों कों परेशान नहीं होने दिया जाएगा।