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Hapur News: आठ सौ से अधिक पहुंच रहा कई गांवों का टीडीएस, पीने योग्य नहीं रहा पानी

Hapur News: क्षेत्र के कई गांवों का भूजल दूषित होता जा रहा है। वहीं सरकारी सिस्टम अनजान बना हुआ है। जिसके कारण लोगों को परेशानी बनी हुई है। लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं।

Avnish Pal
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Published on: 13 July 2024 1:27 PM IST (Updated on: 14 July 2024 12:32 PM IST)
Hapur News
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दूषित जल। (Pic: Newstrack)

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के सिंभावली ब्लाक क्षेत्र के गांव पावटी में करीब पांच हजार की आबादी को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी हो रही है। गांव के लोगों को हैपेटाइटिस की बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। कई ग्रामीण ऐसे भी हैं, जिनको पेट से संबंधित बीमारियां हो रही हैं। लेकिन स्थानीय अधिकारी कोई भी समाधान कराने को तैयार नहीं हैं।

दूषित जल से हो रही बिमारी

क्षेत्र के कई गांवों का भूजल दूषित होता जा रहा है। वहीं सरकारी सिस्टम अनजान बना हुआ है। जिसके कारण लोगों को परेशानी बनी हुई है। गांव बक्सर और गांव पावटी के लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल से गांव में सरकारी हैंडपंप और घरेलू हैंडपंप से काला पानी निकल रहा है। जिसका टीडीएस करीब आठ सौ से एक हजार तक पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान देने को तैयार नहीं हैं। गांव के लोगों में बीमारी पनप रही है। सरकारी और निजी अस्पतालों में अधिकांश मरीज हेपेटाटिस बी और सी के पहुंच रहे हैं।

क्या बोले गांव के ग्रामीण

(1)-गांव बक्सर निवासी मुकेश सैनी नें बताया की गांवों में जिन लोगों के घर आर-ओ नहीं है, उन घरों के लोग नहर पटरी पर लगे सरकारी हैंडपंप या आरओ की बोतल मंगाकर पानी पीने को मजबूर हैं। अधिकारियों को संज्ञान लेने की जरुरत है।

(2)- सुशील कुमार ग्रामीण नें बताया कि पावटी में कई नल ऐसे हैं, जिनसे काला पानी निकल रहा है। गांव में कई कैंसर और हैपेटाइटिस से मौत भी हो चुकी है। शासन प्रशासन को संज्ञान लेकर कदम उठाने चाहिए।

(3)- विशाल नें कहा की सरकार की तरफ से गांवों में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए टंकी बनाए जाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण कई सालों से कार्य अधर में लटके हैं।

(4)- धीरज भाटी नें बताया की गांव में दूषित जल के कारण कई जान जा चुकी है। अधिकारियों को गांवों में भ्रमण करना चाहिए और गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए प्रयास करने चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान

  • 200 से 250 से बीच के टीडीएस वाले पानी का उपयोग करें
  • दूषित जल कतई न पीयें, पेट की बीमारी से जूझना पड़ सकता है।
  • अधिक टीडीएस वाले पानी को उबाल कर पीयें।
  • पेट संबंधित समस्या होने पर अच्छी चिकित्सक से सलाह लें

इन गांवों का भूजल हो रहा दूषित

भोवापुर मस्तान नगर, बक्सर, वैठ, ब्रह्मगढ़ी, खागौई, हरौड़ा, सहसपुरा, नंलगी कनौर, गड़ावली, काकाठेर, पावटी, सादुल्लापुर, हैदरपुर, चकलठीरा आदि। डिप्टी सीएमओ दिनेश भारती ने इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता कर गांवों में जांच के लिए टीम भेजी जाएगी, यदि गांवों में दूषित जल आ रहा है,तो सावधानी बरतने की जरुरत है, स्वस्थ्य रहने के लिए शुद्ध पानी का सेवन करें।



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Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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