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Hapur News: लावारिश लाशों को भी न्याय की आस, न ही कोई वारिस, न ही कोई पास

Hapur News: अज्ञात लाशें रेलवे ट्रैक, नहर पटरी, झाड़ियों और रोड पर पड़ी मिल रही हैं। इनसे लोग काफी खौफ में है।

Avnish Pal
Report Avnish Pal
Published on: 27 Dec 2023 2:46 PM IST
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हापुड़ में लावारिश लाशों को भी न्याय की आस (न्यूजट्रैक)

Hapur News: जिले में आए दिन अज्ञात लाशें मिल रही हैं। उनमें से अधिकांश लाशों की शिनाख्त आज तक नहीं हो सकी। वे लाशें पुलिस से आज भी खुद का पता पूछ रही हैं। मृतक कहां का है और किस स्थिति में मौत हुई है? ये सवाल पुलिस के लिए यक्ष प्रश्न बन गए हैं।

कुछ की हो पाती है शिनाख्त

आलम यह है कि अज्ञात लाशें रेलवे ट्रैक, नहर पटरी, झाड़ियों और रोड पर पड़ी मिल रही हैं। इनसे लोग काफी खौफ में है। इन गुमनाम लाशों में से कुछ की ही शिनाख्त हो पाती है। अधिकांश लाशें पहचान की मोहताज बनी रहती हैं। जिनका एक निर्धारित समय सीमा के बाद पुलिस खुद दाहसंस्कार करा देती है। ये शव ऐसे होते है जिनका कोई वारिस नहीं होता है।

तीन माह में मिले नौ अज्ञात शव

इनका क्रिया कर्म पुलिस को ही करवाना पड़ता है। पिछले तीन माह में जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस को करीब नौ अज्ञात लाशें मिली हैं। पुलिस ने इन सभी शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इनके परिजनों के आने का इंतजार पुलिस भी कर रही है। वे गुमनाम लाशें अभी भी पुलिस की डायरी में लावारिश ही हैं।

तीन दिन तक रखी जाती हैं लाशें

मिलने वाली अज्ञात लाशों के बारे में पुलिस एफआईआर दर्ज करती है। इसके बाद लाश को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया जाता है। पीएम रिपोर्ट में हत्या उजागर होने पर दर्ज रिपोर्ट को कत्ल में तब्दील कर विवेचना शुरू की जाती है। अज्ञात लाश की पहचान कराने के लिए 72 घंटे यानि तीन दिन तक रखा जाता है। इस बीच मृतक के परिजनों के आने का इंतजार किया जाता है। यदि कोई नहीं आता तो पुलिस इसे दफन या फिर दाहसंस्कार करवा देती है। जबकि पुलिस मृतक के कपड़े अपने कब्जे में ले लेती है। जिससे भविष्य में कपड़े के आधार पर मृतक की पहचान की जा सके।

संजीदा है अंतिम संस्कार का तरीका

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मिलने वाली अज्ञात लाशों को देखा जाता है कि वह हिंदू की है या फिर मुस्लिम की। हिंदुओं की लाश का दाहसंस्कार कर दिया जाता है और वहीं मुस्लिमों की लाशों को कब्र में दफन करवाया जाता है। यदि भविष्य में मृतक का कोई परिजन आकर दावा करता है तो कब्र से लाश निकाल कर डीएनए टेस्ट कराया जाता है।

इन स्थानों पर मिली डेडबॉडी

3 अक्टूबर :- ब्रजघाट गंगा घाट में निकट मिला महिला का शव

25 नवंबरः-पिलखुवा के गांव सिखेड़ा के रजवाहे में 35 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव

28 नवंबरः-सिम्भावली के गांव हरोडा के जंगल मे मिला अज्ञात युवक का शव

11 दिसंबरः-ब्रजघाट के फव्वारा चौक के निकट मिला अज्ञात व्रद्ध का शव

15 दिसंबरः-पिलखुवा के रेलवे लाइन के मध्य मिला व्यक्ति का शव

15 दिसबंरः-बाबूगढ़ क्षेत्र में उदय ढाबे के पास प्लास्टिक के बोरे में दिव्यांग महिला का शव

24 दिसंबरः- ब्रजघाट के लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस के पास मिला अज्ञात व्यक्ति का शव

25 दिसंबरः-सिम्भावली के गांव खुडलिया मध्य गंग नहर के पास मिला अज्ञात महिला का शव।



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Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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