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Hapur News: IAS अधिकारी बन करता था ठगी, पुलिस ने इस तरह किया गिरफ्तार
Hapur News: जिले में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Hapur News: जिले की साइबर क्राइम टीम ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर लोगों से धोखाधड़ी करने आरोपी को गिरफ्तार किया है। शातिर आरोपी ने पीड़ित से नौकरी के नाम पर लाखों रूपये की ठगी थी। जिसको लेकर पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में फर्जी आईएएस अधिकारी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले फर्जी आईएएस को गिरफ्तार कर लिया है।
नौकरी के नाम कर रहा था ठगी
पुलिस ने बताया कि साइबर क्राइम थाने में थाना बाबूगढ़ निवासी गजालपुर अनिल कुमार नें एक मुकदमा पंजीकृत कराया था। पीड़ित नें बताया कि वह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है। वह श्री हरि जी परमात्मा महाराज के सत्संग भवन बहादुरी नगरी तहसील पटयाली जिला एटा का अनुयायी है। जिसके लिए वह आश्रम में आता जाता रहता था। श्री हरि जी परमात्मा का खुद को अनुयायी बताकर एक व्यक्ति प्रियांस नें उसे फोन किया था। आरोपी नें खुद को आईएएस अधिकारी बताया। पीड़ित से उसने बताया कि उसके कोटे में चतुर्थ श्रेणी में दो पद खाली है। पीड़ित ने उसकी बातों में आकर अपने भतीजे से 70000 रूपये व 1,06,700 रूपये नौकरी लगवाने की बात बोलकर ऑनलाइन मंगा लिए थे।
पीड़ित ने उसकी तैनाती के बारे में पूछा तो बताया की मेरा नाम निशांत जैन है। तथा में जनपद जालौन में डीएम के पद पर कार्यरत हूँ। जिसका आरोपी नें आई कार्ड भी पीड़ित के व्हाट्सएप पर भेजा था। पीड़ित के भतीजे की कही नौकरी नहीं लगी तो आरोपी से रुपयों की डिमांड की तो फर्जी आईएएस ने बताया कि आप लोगों के 70000 रूपये व 1,06,700 रूपये के बांड बन गए है। जल्द ही इनकम टैक्स हापुड़ में नियुक्ति मिल जाएगी। आरोपी ने पीड़ित के व्हाट्सएप पर एक बांड की दो रशीदे भेजी फिर पीड़ित नियुक्ति पत्र लेकर इनकम टैक्स विभाग में पहुंचा तो वह नियुक्ति पत्र व बांड रसीद फर्जी निकली। पीड़ित को ऑनलाइन ठगी का ज़ब एहसास हुआ तो आरोपी पर रुपयों को लेकर दबाव बनाना शुरू किया तो क्यू आर कोड की मदद भतीजे के खाते में 20000 रूपये वापस भी कर दिए थे। पीड़ित ने इस ठगी को लेकर साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया था।
छानबीन में मिले कई फर्जी दस्तावेज
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रियांस कुमार निवासी ग्राम किनानगर थाना भावनपुर जनपद मेरठ के ठिकाने पर छानबीन करने के दौरान कई अहम दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे। जिससे पता चला कि आरोपी प्रियांस कुमार बेरोजगारों को चिन्हित कर उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। आरोपी से तीन मोबाइल फोन, 1500 रूपये की नकदी, इनकम टैक्स की फर्जी रसीदे, फर्जी आईएएस अधिकारी का कार्ड बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपी के बारे में अन्य जनपदों व राज्यों से जानकारी की जा रही है।