Hapur news: कागजों में दिखाया खाली स्थान, सर्वे में बने मिले मकान और दुकान, लेखपाल तहसीलदार से कराया गया सर्वें

Hapur news: प्रशासन द्वारा राशन की दुकान खोलने को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।

Avnish Pal
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Published on: 13 Oct 2024 9:06 AM GMT
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Hapur news: शासन द्वारा राशन वितरण के लिए दुकानों का स्थाई रूप से निर्माण कराने की तैयारी है। इनको माडल शाप नाम दिया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव में प्रत्येक जिले में 75-75 गांवों में दुकानों का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए पिछले दिनों जमीन की जानकारी मांगी गई थी। तब लेखपाल और तहसीलदार ने जमीन की उपलब्धता वाले स्थानों की जानकारी दी थी। अब निर्माण के लिए पहुंचने पर एजेंसी को मिला कि संबंधित स्थानों पर लोगों के मकान और दुकान बनें हुए हैं। ऐसे में व्यवस्था ही अधर में लटक गई है। अब डीएम ने सभी एसडीएम से इस संदर्भ में रिपोर्ट तलब की है।

यह है सरकार की योजना

शासन की योजना सभी ग्राम पंचायतों में राशन वितरण के लिए एक स्थाई दुकान बनाने की है। इसको माडल शाप नाम दिया गया है। इसमें सरकारी राशन के साथ ही ग्रामीणों के जरूरत का अन्य घरेलू सामान भी मिल सकेगा। इस दुकान का संचालन गांव के राशन डीलर द्वारा किया जाएगा। वहीं ग्राम प्रधान इसके व्यवस्थापक होंगे। किसी स्थिति में राशन डीलर बदल जाने के बाद नवचयनित डीलर इसका संचालन करेंगे। ऐसे में गांव में राशन वितरण का केंद्र स्थाई हो जाएगा।

यह लाभ होगा माडल शाप से

इन सभी माडल शाप को आनलाइन कनेक्ट कर दिया जाएगा। जिससे राशन की निगरानी आसान हो जाएगी। दिनरात कभी भी राशन के वितरण व स्टाक का सत्यापन किया जा सकेगा। वहीं राशन वितरण का स्थान गुगल पर दिखने लगेगा। जिससे बाहर से आने वाले अधिकारी भी औचक निरीक्षण के लिए सीधे पहुूंच सकेंगे। वहीं ग्रामीणों को पता होगा कि उनके यहां का राशन कहां पर मिलता है? ऐसे में उनको राशन डीलर बदलने पर नए स्थान से राशन उठाने का झंझट नहीं रहेगा।

यह सभी रहेगी व्यवस्था

माडल शाप के लिए जमीन की व्यवस्था ग्राम पंचायत या नगर पालिका को करनी है। उस पर माडल शाप का निर्माण किया जाना है। जिले में प्रथम चरण में 75 दुकान तैयार की जानी हैं। इनके लिए पिछले दिनों जमीन तलाश की गई थी। जिले में सभी 75 गांवों में जमीन उपलब्ध होने की रिपोर्ट लेखपाल-तहसीलदार ने भेज दी थी। अब संबंधित स्थानों पर दुकान निर्माण के लिए एजेंसी की टीम पहुंची तो वहां पर पहले से ही लोगों के अपने मकान व दुकान बनें हुए हैं। यानि लेखपाल ने बिना जांच किए ही मनमानी रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत कर दी। इससे योजना के क्रियान्वयन में देरी हो रही है।

क्या बोली जिम्मेदार अधिकारी?

जिला आपूर्ति अधिकारी डा. सीमा सिंह नें बताया कि,जिले में 75 माडल शाप तैयार की जानी है। अभी तक केवल पांच ही तैयार हो सकी हैं। इनको तत्काल बनवाने के लिए शासन स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। अब डीएम की ओर से संबंधित एसडीएम को पत्राचार करके जमीन की लोकेशन मांगी गई है। पहले भेजी गई लोकेशन पर निर्माण हुआ मिल रहा है। यह शासन की प्राथमिकता वाली योजना है

Sonali kesarwani

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Content Writer

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