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Hapur News: बढ़ने लगा तापमान, भीषण तपिश पक्षियों को ले जा रही मौत के नजदीक
Hapur News: डॉ. निशांत कौशिक बताते हैं कि लोगों के थोड़े से प्रयास से पक्षियों को जीवनदान दिया जा सकता है। छत के छांव वाले हिस्से में मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। पक्षी हमारे पर्यावरण तंत्र के महत्वपूर्ण घटक हैं।
Hapur News: तापमान बढ़ने के साथ हीं लोगों को गर्मी परेशान करने लगी है। गर्मी से पशु - पक्षी परेशान हैं। इससे बचने को कबूतर लोगों के घरों -कमरों में प्रवेश कर रहे है। वह घरों-कमरों में लगे छत के पखों को महसूस नहीं कर पा रहे है। कई कबूतर बचाव करने के बावजूद पखें की चपेट में आ रहे है। दरअसल, पखें की हवा कबूतरों के पखें की पखुड़िया पास खींच लेती है। इससे रोज 25 से 30 कबूतर गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल पहुँच रहे है। वहीं, रोजाना 10 से 12 कबूतर की मौत हो रही है।
दाने पानी से इन बेजुबानों की बच सकती है जान
परिंदे आपके चंद दानों और पानी के मोहताज हैं। गर्मी की तपिश उन्हें मौत के नजदीक ले जा रही हैं। आशियाना न सही उन्हें दाना-पानी जरूरी दीजिए, क्योंकि आपके डाले हुए चंद दानों व थोड़े से पानी से इन बेजुबानों की जिंदगी बच सकती है। गर्मी के सितम से केवल इंसान ही नहीं, परिंदे भी परेशान हैं। तो कई मौत के शिकार हो चुके हैं। हापुड़ जनपद के जैन धर्म चैरिटेबल बर्ड्स अस्पताल में हर दिन बीमार और जख्मी परिंदों को लेकर लोग पहुंच रहे हैं।
पेड़ों की कमी भी दे रही है बीमारी
शहर में पेड़ों की संख्या में भी भारी कमी हो गई है, जिससे पक्षियों को तेज धूप से बचना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा वे आसमान में लगातार उड़ते रहते हैं। जिससे गर्मी के कारण उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है और वे कमजोर होकर जमीन पर गिर जाते हैं।
कैसे करें पक्षियों की हिफाजत
डॉ. निशांत कौशिक बताते हैं कि लोगों के थोड़े से प्रयास से पक्षियों को जीवनदान दिया जा सकता है। छत के छांव वाले हिस्से में मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। पक्षी हमारे पर्यावरण तंत्र के महत्वपूर्ण घटक हैं। उनके जीवन व सुरक्षा की चिंता हमको ही करनी है। ऐसे में कुछ सावधानी रखकर हम पक्षियों को हादसे से बचा सकते हैं।
- पक्षियों के नाम का एक पेड़ अवश्य लगाएं, जिससे उनको भविष्य में आशियाने मिल सकें।
- घरों के बाहर छाया वाले स्थानों पर पक्षियों के रहने-बैठने के लिए टोकरी टांगें।
- पक्षियों को पीने के लिए घरों के आसपास दीवारों व छतों पर दाना- पानी रखें।
- खुले कमरों में छत का पंखा लगा होने पर प्रयास करें वहां पक्षी ना पहुंचे।
- छत के पंखों पर जाल लगवा लें। यह बेहद सस्ते होते हैं और पक्षियों की जान बचा सकते हैं।
- पक्षियों के घायल होने पर - 9219192219 नंबर पर सूचना दें। अस्पताल की पक्षी एंबूलेंस उनका रेस्क्यू कर लेगी।