×

यहां हर साल घर बनाते हैं, फिर अपने ही हाथों तोड़ते हैं लोग, इसके पीछे हैं ये वजह

बिलग्राम तहसील एक ऐसा क्षेत्र है जहां कुछ लोग हर साल अपना घरौंदा बनाते है और उसके बाद अपने ही हाथों से हथौड़ा चलाकर उसे तोड़ते हैं। ऐसा किसी जादू टोना  के लिए, नहीं लेकिन मजबूरी में करते हैं। बता दें इस इलाके में बाढ़ के प्रकोप के कारण ही लोग अपने बनाये घरौंदे पर हथौड़ा चलाते है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 2 Sep 2020 5:58 AM GMT
यहां हर साल घर बनाते हैं, फिर अपने ही हाथों तोड़ते हैं लोग, इसके पीछे हैं ये वजह
X
बिलग्राम तहसील एक ऐसा क्षेत्र है जहां कुछ लोग हर साल अपना घरौंदा बनाते है और उसके बाद अपने ही हाथों से हथौड़ा चलाकर उसे तोड़ते हैं।

हरदोई: यहां जिले के बिलग्राम तहसील एक ऐसा क्षेत्र है जहां कुछ लोग हर साल अपना घरौंदा बनाते है और उसके बाद अपने ही हाथों से हथौड़ा चलाकर उसे तोड़ते हैं। ऐसा किसी जादू टोना के लिए, नहीं लेकिन मजबूरी में करते हैं। बता दें इस इलाके में बाढ़ के प्रकोप के कारण ही लोग अपने बनाये घरौंदे पर हथौड़ा चलाते है।

बसते है और उजड़ते हैं

बिलग्राम कोतवाली इलाके के कटरी विछोहिया के साथ मक्कूपुरवा चिरन्जूपुरवा गांव में कुछ ऐसे लोग भी बसते हैं जो हर साल अपना आशियाना बनाकर उसमे रहते हैं और फिर एक वक्त ऐसा आता है जब वह उसे खुद अपने हाथों से तोड़ते हैं और दूसरी जगह बस जाते हैं।

यह पढ़ें...सुशांत केस: CBI की जांच में बड़ा खुलासा, अब AIIMS की रिपोर्ट का इंतजार

FLOODS फाइल

आशियाना बनाकर रहते

यहां से निकली गंगा की धारा की भयंकर बाढ़ की डर के कारण ये परिवार अपने आशियाने को तोड़ते हैं बाढ़ आती है तो इस जगह और रोड तक पर बाढ़ का पानी भर जाता हैं। जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर तहसील बिलग्राम से लगभग 10 किलोमीटर के पास यह गांव गंगा नदी के किनारे बसा है। यहां के बाशिंदे सड़क और गंगा नदी के किनारे अपना आशियाना बनाकर रहते हैं। यह लोग अपना आशियाना तब बनाते हैं जब बाढ़ खत्म हो जाती है।

FLOOD FILE फाइल

वजह

बाढ़ की दशा में फिर ये लोग धीरे-धीरे अपनाई झोपड़ी मकान को तोड़कर दूसरी जगह पर बना लेते है।हालांकि यहां पर प्रशासन हर बार बाढ़ और कटान से बचाने के लिए इंतजाम करता है लेकिन वह इंतजाम नाकाफी होते है जिससे ग्रामीण परेशान रहते है।यहां के लोगों का कहना है कि जो ठेका होता है उसकी आड़ में अवैध खनन के चलते हर बार गंगा की धारा रुख मोड़ देती है जिससे बाढ़ से कटान होता है।अगर खनन पर ध्यान दिया जाये और गंगा किनारे पत्थर बांधकर किनारा बांध दिया जाए तो कटान का भंयकर दृश्य नही देखा जाएगा।

यह पढ़ें...डॉ. कफील का योगी सरकार पर निशाना, कहा- शुक्र है मेरा एनकाउंटर नहीं हुआ

FLOOD फाइल

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

रिपोर्टर : हरदोई से मनोज तिवारी

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story