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Hardoi News: हरदोई का गुलाब महका रहा पूरा प्रदेश, 15 लोगों को मिला रोजगार

Hardoi News: कृष्ण किशोर ने चार हजार वर्ग मीटर में पॉली हाउस तैयार किया और उसमें गुलाब की खेती करना शुरू कर दी।

Pulkit Sharma
Published on: 24 Dec 2022 7:07 AM GMT
Hardoi News
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Hardoi News (फोटो: सोशल मीडिया )

Hardoi News: प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को हरदोई का एक किसान सकार कर रहा है। कहते है कि मेहनत से मिट्टी भी सोना उगलने लगती है। ऐसी ही मेहनत कर किसान अपने साथ-साथ दूसरे घरों के आंगन को महका रहे। जिले के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर गुलाब की खेती की ओर अग्रसर हुए। इससे अब अच्छी आमदनी मिल रही है। उनके गुलाब प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही आसपास जिलों में भी बिकने के लिए जाते हैं।

बिलग्राम के छिबरामऊ के रहने वाले कृष्ण किशोर ने चार हजार वर्ग मीटर में पॉली हाउस तैयार किया। उसमें गुलाब की खेती करना शुरू कर दी। कृष्ण किशोर बताते हैं कि पॉली हाउस बनाने में करीब 50 लाख रुपये का खर्चा आया था। इसमें सरकार की ओर से उद्यान विभाग ने 25 लाख रुपये सब्सिडी दी मिली। पॉली हाउस में कृष्ण किशोर के साथ ही 15 लोगों को रोजगार मिला है। प्रतिमाह लोगों के मेहनताने के साथ ही दवा और खाद पर करीब 90 हजार रुपये का खर्च आता है। 50-60 हजार रुपये की बचत हो जाती है। पाली हाउस में सभी इलेक्ट्रानिक सिस्टम लगे हुए हैं। पौधों में खाद डालने से लेकर सिंचाई और फाग के लिए मशीन लगी हुई हैं। आक्सीजन और धूप के लिए पाली हाउस में लगे पर्दे खोल दिए जाते हैं। गुलाब को वह लखनऊ, कानपुर, कन्नौज आदि शहरों में भेजते हैं।

फूलों की खेती का हमेशा से सपना

पाली के मुहल्ला बिरहाना के अनिल सैनी कपड़ों की फेरी व सब्जी का ठेला लगाते थे। अनिल बताते है कि फूलों की खेती का वह हमेशा से सपना देखते थे, लेकिन खेत न होने के कारण दिक्कत आ रही थी। घर के बाहर पड़ी थोड़ी सी भूमि पर गुलाब की खेती करना शुरू किया और आमदनी शुरू हो गई। धीर-धीरे चार बीघा खेत खरीदा और गुलाब की खेती करनी शुरू कर दी। अनिल का परिवार तो साथ लगा ही रहता है साथ ही तीन लोगों को रोजगार भी दिया है। प्रतिवर्ष दो लाख रुपये का खर्चा होता है और दो लाख रुपये की बचत होती है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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