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GST Raid in Hardoi: जीएसटी टीम के खौफ में कस्बे के बाजार बंद, लॉकडाउन जैसा माहौल

GST Raid in Hardoi: व्यापारी वाणिज्य कर के अधिकारियों की कार्रवाई के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद कर रफूचक्कर हो रहें हैं।

Pulkit Sharma
Published on: 12 Dec 2022 7:01 AM GMT
GST Raid in Hardoi
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GST Raid in Hardoi (photo: social media )

GST Raid in Hardoi: जीएसटी टीम की छापामारी के भय से हरदोई के कछौना कस्बे के लगभग सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। इस टीम के खौफ से बंद दुकानों को देखकर डर का लॉक डाउन भी कह सकते हैं। दरअसल, पिछले कई दिनों से जिले में अलग अलग स्थानों पर जीएसटी टीम की छापामारी जारी है। रविवार की सुबह दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली थीं, लेकिन दोपहर के करीब कस्बे में जीएसटी अधिकारियों के आने की सूचना से नगर के मुख्य बाजार बाजार सहित सभी दुकानों के शटर धड़ाधड़ नीचे गिरने लगे। एक दूसरे से बिना बात किए दुकानदार दुकान बंद कर भागने लगे। दुकानों के शटर डालकर इधर उधर दुकानदार खड़े नजर आये। दुकानें बंद होने से सामान की खरीदारी करने बाजार आये लोग काफी परेशान रहे।

कस्बे में कई दिनों से लगातार टीम के पहुंचने की सूचना पर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर रहें हैं। व्यापारी वाणिज्य कर के अधिकारियों की कार्रवाई के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद कर रफूचक्कर हो रहें हैं। व्यापारी एक दूसरे से वाणिज्य कर के अधिकारियों के बारे में जानकारी करते रहे। कुछ व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर अपने घर चले गए। वहीं दूसरी ओर कुछ जीएसटी योजना में पंजीकृत व्यापारी बिना भय के अपने प्रतिष्ठान खोल कर बैठे नजर आए। कस्बे में जीएसटी अधिकारियों के आने की सूचना पर कई दिनों से स्थानीय दुकानदारों में हड़कंप मच गया। दुकानदार अपनी अपनी दुकानें बंद कर इधर उधर हो जाते हैं। देखते ही देखते पूरा बाजार बंद हो गया।

क्या है GST का पूरा मामला?

व्यापारियों ने बताया कि टीम के द्वारा मानकों को ताक पर रखकर कार्रवाई की जा रही है, जिससे रोज कमाने, रोज खाने वाले छोटे दुकानदार और व्यापारी परेशान हो रहे हैं। जीएसटी टीम गलत तरीके से छापेमारी कर रही है। एक तरह से जीएसटी छापेमारी के नाम व्यापारियों को परेशान किया जा रहा। छोटे व्यापारियों पर छापे क्यों मारे जा रहे हैं, जो लोग चाय बेच रहे हैं।सिगरेट मसाला बेच रहे हैं, जिनका टर्नओवर 50,000 से ज्यादा का नहीं है, ऐसे व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। जबकि ऐसे मानक नहीं हैं। बिना किसी नोटिस के छापेमारी चल रही जबकि ये मानक में नहीं है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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