Hardoi News: शहर कोतवाली पुलिस पर महिला को बेरहमी से पीटने का लगा आरोप

Hardoi News Today: न्यायालय के दखल के बाद पुलिस ने पीड़िता को बुलाया। जिसके बाद पुलिस ने सुलह का दबाव बनाया। सुलह न करने पर दरोगा व कांस्टेबल ने पीड़िता की बेरहमी से पिटाई की है।

Hardoi News: शहर कोतवाली पुलिस पर महिला को बेरहमी से पीटने का लगा आरोप
Hardoi City Kotwali police accused of beating a woman naked
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Hardoi News: हरदोई के शहर कोतवाली में पीड़िता की पिटाई का एक मामला सामने आया है। यहां तैनात एक दरोगा और कांस्टेबल पर बेरहमी से पिटाई करते हुए निर्वस्त्र करने का आरोप लगा है। पीड़िता ने एक मामले में न्यायालय की शरण ली थी। न्यायालय के दखल के बाद पुलिस ने पीड़िता को बुलाया। जिसके बाद पुलिस ने सुलह का दबाव बनाया। सुलह न करने पर दरोगा व कांस्टेबल ने पीड़िता की बेरहमी से पिटाई की है।

पूरा मामला

एसपी राजेश द्विवेदी को दिए गए शिकायती पत्र में पीड़िता आरती देवी ने शहर कोतवाली पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि इस दौरान दरोगा शिवकुमार और महिला आरक्षी ने उसके साथ मारपीट करते हुए निर्वस्त्र कर दिया। पीड़िता आरती देवी ने पिता के विरुद्ध मृत दिखाकर कार बेचने के मामले में न्यायालय की शरण ली थी। जिसमें न्यायालय के दखल के बाद पुलिस सक्रिय हुई और पीड़िता को थाने पर बुलाया। जिसके बाद पीड़िता थाने पर पहुंची। जहां शहर कोतवाली में तैनात दरोगा शिवकुमार ने उस से अभद्रता करते हुए सुलह -समझौता का दबाव बनाया।

आरोप है कि जिसका विरोध करने पर दरोगा शिवकुमार ने चोटी पकड़कर आरती देवी को गिरा दिया और लात -घूंसो से मारा पीटा। इस के साथ ही पुरुषों के सामने ब्लाउज फाड़ कर निर्वस्त्र कर दिया। उस समय शहर कोतवाली में मौजूद समाजसेवी रीता सिंह ने यह पूरी घटना देखी। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता रीता देती को कोतवाली में बैठा लिया। फिर कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया। जिसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है।

पुलिस की प्रताड़ना से पीड़िता डरी है

उसने बताया कि उन्होंने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि पुलिस के मारपीट और अभद्र व्यवहार से पीड़िता काफी परेशान और डरी सहमी हुई है। अपने नए-नए कारनामों से शहर कोतवाली पुलिस वैसे भी सुर्खियों में बनी रहती है। जब इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पीड़िता द्वारा लगाया गया आरोप निराधार हैं। फिर भी मामले में जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।