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हरदोई पुलिस को मुर्दों से भी शांति भंग की आशंका, मृतक परिवार पर कार्यवाई

हरदोई की बघौली पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार चर्चा में आ गयी है। यहां की पुलिस इसलिए चर्चा में क्योंकि उसको जिंदा व्यक्तियों के साथ साथ मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा है।

Roshni Khan
Published on: 29 Jan 2021 9:06 AM GMT
हरदोई पुलिस को मुर्दों से भी शांति भंग की आशंका, मृतक परिवार पर कार्यवाई
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हरदोई पुलिस को मुर्दों से भी शांति भंग की आशंका, मृतक परिवार पर कार्यवाई (PC: social media)

हरदोई: बघौली कोतवाली पुलिस को मुर्दों से भी शांतिभंग होने का खतरा है। तभी तो पुलिस ने ऐसे व्यक्ति को शांतिभंग मेें पाबंद किया है, जिनका निधन काफी पहले हो चुका है। पुलिस की ओर से नोटिस पहुंचने के बाद घरवाले परेशान हैं। उन्हें नहीं समझ आ रहा कि 3 वर्ष पहले जिसकी मृत्यु हो चुकी है, उसे बांड भरने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने कैसे प्रस्तुत करें।

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हरदोई की बघौली पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार चर्चा में आ गयी है

हरदोई की बघौली पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार चर्चा में आ गयी है। यहां की पुलिस इसलिए चर्चा में क्योंकि उसको जिंदा व्यक्तियों के साथ साथ मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा है। हालांकि चुनावों के दौरान ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती है लेकिन इस बार मामूली झगड़े के बाद यह कार्यवाई कर दी गयी कि एक मुर्दा भी गांव में आकर शांति भंग कर सकता है।अब बघौली पुलिस के पास कोई जवाब नही है कि इतनी भयंकर लापरवाही कहां से कैसे हो गयी।

आपसी झगड़े में सबन्ध इतने खराब हो गए है शांतिभंग हो सकती है

दरअसल बघौली थाना इलाके के नीभी गांव निवासी राम आसरे के घर बघौली पुलिस द्वारा की गई शांति भंग की कार्यवाई की नोटिस एसडीएम सदर कोर्ट से पहुंची। इस नोटिस में 9 लोगों के शामिल है जिनमे राम आसरे नरेश हरिश्चंद्र रती सिंह राघवेंद्र सतीश गुड्डू लवकुश व अशोक शामिल है। इसमे यह कहा गया है कि 50-50 हजार की 2 जमानती व इतनी ही धनराशि का व्यक्तिगत बंधपत्र एक वर्ष के लिए लगाया जाना है क्योंकि आपसी झगड़े में सबन्ध इतने खराब हो गए है शांतिभंग हो सकती है।

letter letter (PC: social media)

यह नोटिस मिलते ही परिवार के लोग भी अचंभित हो गए

यह नोटिस मिलते ही परिवार के लोग भी अचंभित हो गए। कारण उसका यह है कि इस नोटिस में नामजद हरिश्चंद्र नामक व्यक्ति की करीब 3 वर्ष पहले मौत हो चुकी है।अब परिवार इसलिए परेशान है कि जो व्यक्ति 3 वर्ष पहले मर चुका है उसको एसडीएम के यहां जमानतदारों के साथ कैसे प्रस्तुत करें।इस बात को लेकर अब परिवार काफी परेशान है।इधर जबसे यह बात सामने आई पुलिस की कार्यप्रणाली चर्चा में आ गयी।

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बघौली पुलिस के द्वारा की गई इस लापरवाही पर एक तरफ जहां बघौली पुलिस की किरकिरी हो रही है वहां अब थाना प्रभारी की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं।पुलिस के उच्चाधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रभारी निरीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है।अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह यादव का कहना है थाना प्रभारी से स्पष्टीकरण लिया जा रहा है कि किन परिस्थितियों में इस प्रकार की घटना हुई है वही जिले भर के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जा रहा है इस प्रकार की कार्यवाही करने से पहले सभी तथ्यों को जांच परख लें।

रिपोर्ट- मनोज तिवारी

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