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'हरि द्रोही' हरदोई में नहीं होता है रावण दहन, कारण हैरान करने वाला

Rishi
Published on: 29 Sept 2017 8:47 PM IST
हरि द्रोही हरदोई में नहीं होता है रावण दहन, कारण हैरान करने वाला
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हरदोई : इस समय पूरे देश में असत्य पर सत्य की जीत का त्यौहार दशहरा मनाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। देश के हर जिले हर गांव में रावण दहन का आयोजन वहां की मान्यताओं के अनुसार होना है। लेकिन विभिन्न परंपराओं और दर्जनों भाषाओं वाले इस देश में एक जिला ऐसा भी है, जहां पर आज तक रावण दहन नहीं हुआ।

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यह जिला है यूपी की राजधानी लखनऊ का पड़ोसी हरदोई। इसे पौराणिक काल में हरिद्रोही के नाम से जाना जाता था। इसका नाम इसलिए ऐसा पड़ा, क्योंकि ये नगर था दानवराज हिरणकश्यप की राजधानी। जिसने अपने को ईश्वर घोषित कर दिया था। वो न सिर्फ अपने प्रजाजनों बल्कि अपने पुत्र प्रह्लाद का भी उत्पीड़न करता था। प्रह्लाद की पुकार पर भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लिया और हिरणकश्यप को उसके किये का दंड दिया। कालांतर में हरिद्रोही का नाम हरदोई पड़ा।

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जिले के कई धर्मशास्त्री जिनसे हमने बात कि उससे रोचक जानकारी सामने आई। उन्होंने बताया कि पुरानी परंपरा चली आ रही है। ‘र’ नाम के शब्द से ही इस जिले को नफरत थी। जिसके चलते न तो राम का नाम लिया जाता था और ना ही रावण का दहन किया जाता था। उनके मुताबिक रावण हिरणकश्यप का वंशज था, इसी वजह से यहां रावण दहन अपराध माना जाता है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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