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Hardoi News: MBBS के छह छात्रों को हॉस्टल से किया गया निष्काषित, जानें वजह
Hardoi News: स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज से लेकर हॉस्टल तक किसी भी प्रकार की रैगिंग को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यदि कोई रैगिंग करते पकड़ा जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
Hardoi News: हरदोई जनपद में रैगिंग से जुड़े मामला सामने आया है। हाल ही में शुरू हुए मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने अपने जूनियर छात्रों से रैगिंग की है। जूनियर छात्रों से रैगिंग की शिकायत जैसे ही स्वास्थ्य महकमें को लगी वह कार्यवाही में जुट गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रैगिंग करने वाले 6 एमबीबीएस के छात्रों को हॉस्टल से निष्काषित कर दिया गया है। साथ ही महिला हॉस्टल की सुरक्षा को बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज से लेकर हॉस्टल तक किसी भी प्रकार की रैगिंग को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यदि कोई रैगिंग करते पकड़ा जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
परिजनों को दी गई मामले की जानकारी
हरदोई के राजकीय मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। 14 सितंबर और 10 अक्टूबर को एमबीबीएस बैच की रैगिंग की शिकायत जनपद के स्वास्थ्य महकमें को लगी थी इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक जांच कमेटी को गठित किया गया था। एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा की गई जांच में एमबीबीएस के छह छात्र दोषी पाए गए। दोषी पाए गए छात्रों में नवनीत सोनी, प्रणव गुप्ता, विवेक यादव, गौरव मिश्रा, राम जी चतुर्वेदी एवं ऋषभ वर्मा शामिल है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सभी 6 एमबीबीएस के छात्रों को एक पूरे सेशन के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया है।
छात्रों के हॉस्टल जाने पर भी रोक
इन छात्रों के किसी भी समय हॉस्टल जाने पर रोक लगा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा छात्रों के निष्कासन की जानकारी हॉस्टल के वार्डन को पत्र लिखकर भेजी गई है।मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर देश दीपक तिवारी ने बताया कि हॉस्टल की सुरक्षा के लिहाज से रात में गर्ल्स हॉस्टल में दो सिक्योरिटी गार्ड को लगाया गया है। दिन में क्लास चलती है इसी के बाद रैगिंग किए जाने की शिकायत मिली है। छात्रावास की सुरक्षा को और सख्त किया गया है। वर्तमान समय में राजकीय मेडिकल कॉलेज में परीक्षा चल रही है। इसी वजह से इंतजार किया जा रहा है परीक्षा समाप्त होने पर आरोपी छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर उनके अभिभावकों व परिजनों को मामले की जानकारी दी गई है।