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Azam Khan Son: सपा के किसी भी कार्यकर्ता से नहीं मिलेंगे अब्दुला आज़म, जाने कितने लोग मिल सकेंगे
Hardoi News: हरदोई में दूसरे दिन भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मुलाकात को लेकर जिला कारागार पहुंचे।
Hardoi News: हरदोई में दूसरे दिन भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मुलाकात को लेकर जिला कारागार पहुंचे। समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी द्वारा जेल अधीक्षक से अब्दुल्ला आजम से मुलाकात को लेकर समय की मांग की व प्रार्थना पत्र सौंपा। जेल प्रशासन द्वारा समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी को बताया गया कि वह अब्दुला आजम से नहीं मिल सकते हैं। अब्दुल्ला आजम द्वारा 10 लोगों के नाम की सूची जेल प्रशासन को सौपी गई है। जेल प्रशासन के नियमानुसार 10 लोगों से अब्दुल्ला आजम की मुलाकात कराई जा सकती है। यह मुलाकात भी अब्दुल्ला आजम से पूछ कर होगी। इसके बाद समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बाहर आए और जेल प्रशासन पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
अब्दुला आज़म ने दस लोगों के दिये नाम
समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अजय पाल सिंह ने कारागार से बाहर आने के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल सपा जिला अध्यक्ष वीरे यादव के नेतृत्व में पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मिलना चाहता था। हम पार्टी के पैड पर एक सूची लेकर आए थे जिसमें उनसे मिलने का समय दिया जाए की माँग की गई थी। अजय पाल सिंह ने कहा की उनका स्वास्थ्य खराब है उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए उनको दवा देने के लिए हम लोग उनसे मिलना चाहते थे। सपा उपाध्यक्ष अजय पाल सिंह ने बताया कि जेलर ने कहा कि जेल के मैनुअल के हिसाब से अब्दुल्लाह आजम से पूछा गया था कि आप किन-किन से मिलना चाहते हैं तो उन्होंने अपने परिवार के 10 सदस्यों के नाम दिये है।
जेलर ने कहा कि हम इन 10 सदस्यों से अब्दुल्ला आजम को मिलवाते रहेंगे। सोमवार को अब्दुल्ला आजम की मौसी व मौसा मुलाकात के लिए हरदोई जिला कारागार पहुंचे हैं। हमारे द्वारा अब्दुल्लाह आजम के परिवार के सदस्यों से पूछा गया है कि कोई तकलीफ हो तो वह हमारे पार्टी कार्यालय पर हम लोगों को बताइएगा उसके अलावा जिला कारागार के जेलर से पूछा की किस अब्दुला आज़म को किस बैरक में रखा है तो उनके द्वारा बताया गया कि बैरक नंबर 21 में रखा गया है। सपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा जेलर से उनके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी ली गई तो जेलर ने बताया कि उनका स्वास्थ्य ठीक है यदि उन्हें कोई समस्या होगी तो जेल प्रशासन द्वारा उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराएगा।
खाने के विषय पर जेल प्रशासन ने बताया कि जो सामान्य खाना अन्य जेल के क़ैदियों को दिया जाता है वहीं खाना अब्दुल आजम को दिया जाएगा। सपा जिला उपाध्यक्ष अजय पाल सिंह ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि जिस प्रकार से उन्होंने बात की उससे लगता था कि जेल प्रशासन की मंशा ही है परेशान करने की। सपा द्वारा जेल प्रशासन से अनुरोध किया गया कि समाजवादी पार्टी के दो ही कार्यकर्ताओं को अब्दुल आजम से मिलने दिया जाए तो इस पर भी जेल प्रशासन द्वारा साफ इनकार कर दिया गया।
अब्दुल्ला आज़म स्वस्थ हैं - जेलर
जेलर संजय सिंह ने बताया कि रामपुर जिला कारागार से अब्दुल्ला आजम को प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित करके हरदोई जिला कारागार भेज दिया है। उनको यहां कोई स्पेशल बैरक या हाई सिक्योरिटी बैरक नहीं है इसलिए उनको सामान्य बैरक में ही रखा गया है। जैसे और सामान्य कैदी रखे गए हैं वैसे ही रखा गया है। उनको कोई दिक्कत नहीं है उनको कोई समस्या नहीं है। उनका मेडिकल चेकअप कराया गया हैं। जेल मैनुअल के हिसाब से मेडिकल चेकअप करवाए गए हैं किसी तरह की कोई समस्या उनको नहीं है। जहां तक मिलने का प्रश्न है तो उनसे नियम अनुसार एक सूची ली गई है उन्होंने जिन-जिन लोगों का लिस्ट में नाम दिया है उन लोगों की मुलाकात नियमानुसार कराई जाएगी और उनके कुछ परिजन आज मिलने आए हैं आधार से जांच करने के बाद उनकी मुलाकात कराई गई है। यह मुलाकात भी एलआईयू की उपस्थिति व कैमरे की निगरानी में होगी। जिन लोगों का नाम अब्दुल्ला आजम ने नहीं दिया है उन लोगों से मुलाकात करने का नियम नहीं है और ना ही वह मिलना चाहते हैं।
जेलर संजय सिंह ने बताया कि जिस बैरक में अब्दुल्ला आजम को रखा गया है उस बैरक में चार अन्य कैदी भी हैं। सामान्य बैरक है और सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स लगाई गई है। जेलर ने कहा कि रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता आए थे। वैसे भी रविवार को जेल मैनुअल के हिसाब से कैदियों से मिलाई नहीं होती है। मुलाकात के लिए अब्दुल्ला आजम ने जो नाम दिए हैं सिर्फ उन्हीं से मुलाकात कराई जाएगी। अब्दुल्ला आजम द्वारा 10 नाम मुलाकात के लिए सिर्फ दिए गए हैं उसमें समाजवादी पार्टी के किसी भी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का नाम नहीं है तो निश्चित रूप से वह उनसे मिलना नहीं चाहते हैं।