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Hardoi Crime: पुलिस की पिटाई से युवक की मौत! परिजनों ने सीएम से लगायी न्याय की गुहार
Hardoi Crime: परिजनों का आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके पुत्र के साथ बेरहमी से मारपीट की और थाने ले आए। मारपीट के दौरान जब युवक की हालत बिगड़ गई तब उसको छोड़ दिया।
Hardoi News: हरदोई पुलिस एक बार फिर सुर्खियों में है और इस बार भी सुर्खियां हरदोई पुलिस की बर्बरता को लेकर हैं। हरदोई पुलिस के दो सिपाहियों पर एक युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के चलते युवक की मौत हो गई है। हालांकि, हरदोई पुलिस पर यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी हरदोई पुलिस के सिपाहियों पर लोगों को बेरहमी से पीटने के आरोप लग चुके हैं। शहर कोतवाली में बैंक कर्मी के साथ पुलिसकर्मियों की मारपीट व देहात कोतवाली में क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों द्वारा जेल में बंद कर युवक से मारपीट के आरोप लगे थे। हालांकि इन सभी मामलों में अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। क्राइम ब्रांच के मामले में सिपाहियों को क्राइम ब्रांच से हटकर थाने भेज दिया गया जबकि शहर कोतवाली के मामले में पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया।
एक बार फिर हरदोई पुलिस सुर्खियों में है और इस बार हरदोई की हरियावां थाने की पुलिस सुर्खियों में आई है। मृतक युवक के परिजनों ने जिलाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री को शिकायत भेज कर पुलिस की बेरहमी से हुई युवक की पिटाई की शिकायत दर्ज कराई है। अब देखने वाली बात यह होगी की निरंकुश हो चुकी हरदोई पुलिस पर कब तक जिम्मेदार कोई बड़ी और ठोस कार्यवाही करते हैं या फिर यूं ही हरदोई क्षेत्र की जनता पुलिस की बर्बरता का शिकार होती रहेगी।
परिजनों का आरोप पुलिस ने नहीं कराया पोस्टमार्टम
हरदोई जनपद की हरियावां थाना पुलिस के दो सिपाहियों द्वारा एक युवक की बेरहमी से पिटाई की गई, पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हो गई। पुलिस द्वारा युवक की मौत के बाद परिजनों को डरा धमका के युवक के शव को दफना दिया गया। हालांकि, इस मामले में अब परिजनों ने जनपद के उच्च अधिकारियों से न्याय के गुहार लगाई है। परिजनों ने मुख्यमंत्री से अपने पुत्र के मामले की शिकायत की है। जानकारी के मुताबिक हरियावां थाना क्षेत्र के ग्राम कमलपुर निवासी कमला देवी पत्नी सुरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुए बताया कि उसका पुत्र नीरज जो की शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर था तथा दवा के सहारे अपना जीवन व्यापन कर रहा था। परिजनों ने बताया कि उसके पुत्र पर गांव की ही मीना पत्नी महिपाल ने 6 मार्च को प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद हरियावा थाने के दो सिपाहियों में से एक वंशराज सिंह व अंशुल सिंह नीरज द्वारा उनके पुत्र को पकड़ने के लिए गांव पहुंचे थे।
परिजनों का आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके पुत्र के साथ बेरहमी से मारपीट की और थाने ले आए। मारपीट के दौरान जब युवक की हालत बिगड़ गई तब उसको छोड़ दिया। इसके बाद हालत गंभीर देखते हुए परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि उनके पुत्र नीरज ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत 13 मार्च को दर्ज कराई थी, लेकिन इस बाबत भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद 14 मार्च को नीरज की मौत हो गई। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि वह अपने पुत्र का पोस्टमार्टम कराना चाहते थे, लेकिन स्थानीय पुलिस ने पोस्टमार्टम नहीं करने दिया और दवाब बनाकर अंतिम संस्कार करवा दिया। इसके बाद मृतक युवक के परिजनों ने जिला अधिकारी पुलिस अधीक्षक के साथ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है।