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Hardoi News: दिवाली से पहले लाभार्थियों को पेंशन का इंतजार

Hardoi News: लाभार्थी लगातार अधिकारियों की मेज के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं कुछ लोग बिचौलियों से काम कराने के लिए पैसे भी खर्च कर रहे हैं। डिजिटल युग में लाभार्थियों को अधिकारियों की मेज के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

Pulkit Sharma
Published on: 17 Oct 2024 7:34 PM IST
Hardoi News: दिवाली से पहले लाभार्थियों को पेंशन का इंतजार
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Hardoi News (Pic- Newstrack)

Hardoi News: 31 अक्टूबर को देश में दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। उससे पहले एक तरफ जहां राज्य कर्मचारी लगातार वेतन और बोनस की मांग कर रहे हैं, वहीं दिवाली के त्योहार से पहले सरकार की ओर से दी जाने वाली वृद्धावस्था निराश्रित महिला विकलांग पेंशन को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लोगों की मांग है कि दिवाली के त्योहार से पहले पेंशन जारी कर दी जाए, ताकि त्योहार खुशियों के साथ मनाया जा सके। हालांकि विभाग इस बात से इनकार कर रहा है कि लाभार्थियों को दिवाली से पहले वृद्धावस्था निराश्रित महिला और विकलांग पेंशन मिलेगी। जिले में करीब 1,28000 ऐसे बुजुर्ग हैं, जो वृद्धावस्था पेंशन के तहत पेंशन ले रहे हैं। इनमें कुछ बुजुर्ग ऐसे भी हैं, जिनकी केवाईसी न होने के कारण पेंशन आनी बंद हो गई है। समाज कल्याण विभाग की ओर से दी जाने वाली पेंशन बुजुर्ग निराश्रित महिलाओं और विकलांगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। हर साल निराश्रित महिलाओं, बुजुर्ग विकलांगों को विभाग में केवाईसी और पात्रता प्रमाण पत्र देना होता है, जिसके बाद उनकी पेंशन फिर से बहाल हो जाती है। अगर कोई लाभार्थी इस ओर ध्यान नहीं देता है, तो वह महीनों तक पेंशन से वंचित रहता है।

शासन के आदेश का इंतजार

लाभार्थी लगातार अधिकारियों की मेज के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं कुछ लोग बिचौलियों से काम कराने के लिए पैसे भी खर्च कर रहे हैं। डिजिटल युग में लाभार्थियों को अधिकारियों की मेज के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत वृद्धावस्था पेंशन की पहली किस्त जुलाई और दूसरी किस्त सितंबर में भेजी गई थी। अब अक्टूबर नवंबर दिसंबर की किस्त भेजी जानी है। यहां भी अधिकारियों का कहना है कि यदि शासन के निर्देश मिले तो दिवाली से पहले किस्त भेज दी जाएगी, अन्यथा बाद में लाभार्थियों को किस्त भेजनी होगी। यदि पेंशन लाभार्थियों तक किस्त नहीं पहुंची तो इस साल उनकी दिवाली फीकी साबित हो सकती है। जिले में करीब 60000 निराश्रित महिलाएं हैं, जो दिवाली से पहले पेंशन की उम्मीद लगाए बैठी हैं। जिले में बड़ी संख्या में दिव्यांग भी पेंशन के लाभार्थी हैं, जो दिवाली से पहले पेंशन की भी उम्मीद लगाए बैठे हैं।



Ragini Sinha

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