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Hardoi: शौचालय के बाहर लगा था ताला, अंदर से रोने की आवाज सुन पहुंचे ग्रामीण, जानें पूरा मामला
Hardoi: जनपद के एक सार्वजनिक शौचालय में केयरटेकर द्वारा तीन बच्चों को घंटों शौचालय में बंद करके रखा गया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जब शौचालय के पास पहुंचे।
Hardoi News: जनपद में कस्तूरबा विद्यालय हो या प्राथमिक विद्यालय केयरटेकर लगातार सालों से घेरे में रहते हैं। कुछ दिन पूर्व एक महिला केयरटेकर द्वारा छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार के मामले में जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई थी। इसके बाद एक बार फिर केयरटेकर सवालों के घेरे में खड़ा हुआ नजर आ रहा है। दरअसल जनपद के एक सार्वजनिक शौचालय में केयरटेकर द्वारा तीन बच्चों को घंटों शौचालय में बंद करके रखा गया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जब शौचालय के पास पहुंचे तब उन्होंने बच्चों को शौचालय से बाहर निकलवाने का काम किया। हालाँकि के इस मामले में केयरटेकर का बयान ने सबको चैंका दिया है। केयरटेकर का कहना है कि बच्चे क्यों आते हैं शौचालय। मामले में अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
बच्चों की पिटाई का भी है आरोप
हरदोई जनपद के ग्राम पंचायत अतरौली में बने सामुदायिक शौचालय के केयरटेकर गोविंद ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी हैं। शौचालय के केयरटेकर ने सामुदायिक शौचालय में तीन बच्चों को बंद कर दिया। केयरटेकर बच्चों के शौचालय आने से नाराज था। केयरटेकर द्वारा बच्चों के साथ मारपीट करने के बाद उन्हें शौचालय में बंद कर दिया है। सुबह लगभग 8 बजे केयरटेकर द्वारा बच्चों को शौचालय में बंद कर बाहर से ताला लगाकर चला गया। सुबह 11 के करीब गांव के सरवन गौतम, प्रदीप मिस्त्री, अशोक आदि लोगों ने बच्चों के चीख पुकार की आवाज सुनी तो गांव में हड़कंप मच गया।
काफी ढूंढने के बाद केयरटेकर को ग्रामीण खोज पाए इसके बाद शौचालय का ताला खुलवाकर शौचालय में बंद बच्चों को बाहर निकाला जा सका। शौचालय में बंद किए गए बच्चों में अंश पुत्र महेंद्र 6 वर्ष कक्षा एक में पढ़ने वाला छात्र था, सौरभ पुत्र जगदीश कक्षा तीन पढ़ने वाला छात्र था, सैफ पुत्र मुन्ना कक्षा 2 में पढ़ने वाला छात्र था। तीनों बच्चों ने बताया कि वह अतरौली के प्राथमिक विद्यालय पढ़ने आए थे। शौच करने के लिए शौचालय चले गए। जहां पर कार्यरत केयरटेकर ने उन्हें थप्पड़ मारा और शौचालय के अंदर बंद कर दिया। घटना को लेकर खंड विकास अधिकारी रीता सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।