TRENDING TAGS :
Hardoi News: हरदोई में हो रही मुख्यमंत्री के आदेशों की अवेहलना, अधिकारियों का नहीं छूट रहा हूटर और लाल नीली बत्ती प्रेम
Hardoi News Today: कुंभ में हुए हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए सख्ती की लेकिन मुख्यमंत्री की सख्ती का असर भी हरदोई में होता हुआ नजर नहीं आया।
Hardoi News: एक और जहां प्रदेश सरकार लगातार वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के निर्देश जिम्मेदारों को दे रही है वहीं अधिकारियों का वीआईपी कल्चर से मोह समाप्त नहीं हो रहा है। कुंभ में हुए हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए सख्ती की लेकिन मुख्यमंत्री की सख्ती का असर भी हरदोई में होता हुआ नजर नहीं आया। हरदोई में वीआईपी कल्चर लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है कहीं अधिकारी तो कहीं जनप्रतिनिधि के रिश्तेदार अपने वाहनों में हूटर व लाल नीली बत्ती लगाकर शहर के सड़कों पर रोब झाड़ते नजर आ जाएंगे।
हूटर लगी कार और लाल नीली बत्ती लगी कारों को चौराहा पर तैनात पुलिस और ट्रैफिक पुलिस भी रोकना में विफल साबित होती है। ऐसे ही एक मामला सामने आया है जहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने एक काले रंग की स्कॉर्पियो में हूटर और लाल नीली बत्ती लगी नजर आई।जानकारी करने पर पता चला कि यह कार क्षेत्राधिकार की है।निजी कार में लगा हूटर और बत्ती पर किसी भी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ी।
आख़िर कब होगी कार्यवाही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश हरदोई में बेसर होता नजर आ रहा है। हरदोई में अधिकारी अभी भी वीआईपी कल्चर से बाहर नहीं निकल पाए हैं। इसका उदाहरण हरदोई पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर देखने को मिला जहां यूपी 32 रजिस्ट्रेशन की काले रंग की स्कॉर्पियो पर लाल नीली बत्ती और हूटर लगा हुआ नजर आया।जानकारी करने पर पता चला कि यह कार कछौना रेंज के वन क्षेत्राधिकार विनय सिंह जादौन की है जो की एक निजी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। हरदोई के कछौना के वन रेंजर द्वारा मुख्यमंत्री के आदेशों की खुलेआम की जा रही अवहेलना पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी और ना ही इस गाड़ी को आते-जाते चौराहों पर किसी पुलिसकर्मी ने रोकने का साहस किया।अब देखने वाली बात यह होगी कि हरदोई जनपद के तेज तरार जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह और हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन इस बाबत क्या सख्त कार्रवाई करते हैं या अधिकारी होने के चलते केवल चेतावनी से कार्य चल जाएगा।