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Hardoi News: नहीं थम रहा बुख़ार का क़हर, एक बच्ची समेत तीन की मौत, लगातार बढ़ रही मृतकों की संख्या

Hardoi News: शहर से लेकर क़स्बे व गांव में संचालित हो रहे अस्पतालों में मरीज को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जनपद में डेंगू और मलेरिया से हालात बिगड़ते जा रहे हैं।

Pulkit Sharma
Published on: 13 Sept 2023 8:38 PM IST (Updated on: 14 Sept 2023 2:15 PM IST)
Hardoi News
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Hardoi News(Pic:Newstrack)

Hardoi News: हरदोई में बुखार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शहर से लेकर क़स्बे व गांव में संचालित हो रहे अस्पतालों में मरीज को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। मरीजों को बेंच पर लेटकर अपना इलाज करना पड़ रहा है। जनपद में डेंगू और मलेरिया से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अब तक लगभग एक दर्जन के आसपास लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ ही दिन पूर्व शहर से सटे टड़ियावा विकासखंड के गांव में चार लोगों की बुखार से मौत हो गई थी जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा कैंप लगाकर गांव के लोगों की जांच की गई जिसमें कुछ लोग मलेरिया से ग्रसित मिले थे जिन्हें दवाइयां वितरण की गई थी। स्वास्थ्य विभाग मलेरिया और डेंगू को लेकर सतर्क है। स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू मलेरिया से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान भी चल रहा है। लेकिन फिर भी जनपद में तेजी से डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हरदोई मेडिकल कॉलेज से संबुद्ध जिला चिकित्सालय में बुखार के मरीजों की लंबी क़तारे देखने को मिल रही है। जिसमें ज्यादातर डेंग व मलेरिया से ग्रसित लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं।

252 दिन में 840 लोग निकले मलेरिया से ग्रसित

जनपद में एक बार फिर डेंगू और मलेरिया से बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हो गई है। बेहटागोकुल थाना क्षेत्र के सहिजना की 10 महीने की अंबिका को बुखार आ रहा था उसके परिजनों द्वारा हालत बिगड़ने पर उसको जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने अंबिका को मृत घोषित कर दिया। शहर के रामकिशोर को तेज बुखार आया और पैरों में दर्द हुआ इसके बाद परिजन रामकिशोर को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें भी मृत्यु घोषित कर दिया। देहात कोतवाली क्षेत्र के पूराबहादुर की डल्लो को 2 दिन से बुखार आ रहा था।डल्लो के बेटे दीनदयाल ने बताया कि गांव के ही एक झोलाछाप से मां का उपचार चल रहा था। मां की अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय लेकर आए थे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया।

जनपद में बुखार का आलम यह है कि मरीज को बेड के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जनपद में 252 दिनों में 840 लोग मलेरिया के शिकार निकले हैं जो कि पिछले 3 वर्षों की तुलना में अब तक सबसे अधिक है। वर्ष 2020 में मलेरिया के 272 मामले सामने आए थे,2021 में 716 मामले सामने आए थे, 2022 में 839 मामले सामने आए थे। जनपद को डेंगू और मलेरिया से बचाने के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी चलाया गया जिसमें साफ सफाई, दवा का छिड़काव, फागिंग के साथ जल भराव को दूर किया जाना था लेकिन सारे अभियान कागजों में ही सिमट कर रह गए। नगर पालिका द्वारा मच्छरों से बचाव के लिए की जाने वाली फागिंग भी इन दिनों शहर में नहीं हो रही है। साथ ही शहर में किसी भी तरह की दवा का छिड़काव नालियों में नगर पालिका द्वारा नहीं कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि कूलर, नाली, खाली पड़ी बोतलों समेत अन्य वह स्थान जहां जल जमा है उसको साफ करें। नालियों में कीटनाशक दवाइयां का छिड़काव करें। बुख़ार आने पार अस्पताल में डॉक्टरों की सलाह अवश्य ले।



Durgesh Sharma

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