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Hardoi News: भाई के नाम फ़र्म बनवाकर कर दिया लाखों का खेल, लोकपाल से हुई शिकायत, जाँच जारी
Hardoi News: सरकारी कर्मचारी बड़े ही शातिर तरीके से सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग करते हैं। सरकारी कर्मचारियों पर शासन व जिला स्तर से कोई ठोस कार्यवाही न होने से दिन पर दिन इनके हसले बुलंद होते जा रहे हैं।
Hardoi News: हरदोई में सरकारी कर्मचारियों को सरकारी धन की ऐसी लत लगी है कि आए दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहते हैं।जनपद में कोई भी ऐसा दिन नहीं बीतता है जिस दिन सरकारी धन से जुड़ा कोई भी मामला सामने ना आया हो। हरदोई जनपद भ्रष्टाचारियों का अड्डा बनता जा रहा है।सरकारी कर्मचारी बड़े ही शातिर तरीके से सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग करते हैं। सरकारी कर्मचारियों पर शासन व जिला स्तर से कोई ठोस कार्यवाही न होने से दिन पर दिन इनके हसले बुलंद होते जा रहे हैं।
जिस हिसाब से भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं उसे यही प्रतीत होता है कि प्रतिवर्ष अरबो रुपए का सरकारी धन जिम्मेदारों की जेब में जाता है।हरदोई में एक बार फिर सरकारी धन से जुड़ा एक मामला सामने आया है जहां एक सरकारी कर्मचारी द्वारा अपने भाई के नाम फ़र्म रजिस्टर कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। शिकायतकर्ता द्वारा लोकपाल से भी इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। लोकपाल द्वारा ब्लाक खंड अधिकारी से मामले में सभी दस्तावेजों को मांगा गया है। ऐसा माना जा रहा है की जांच में प्रथम दृष्ट्य आरोप सही साबित होते हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि लोकपाल की जांच के बाद क्या सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार पर रोक लग पाएगी या एक के बाद एक यूं ही सरकारी कर्मचारी सरकारी धन का मनमाना दुरुपयोग करता रहेगा।
लोकपाल ने तलब की आख्या
हरदोई जनपद के भरखनी ब्लॉक के ग्राम रोजगार सेवक अवध किशोर पर आरोप है कि उन्होंने नियमों को तार-तार करते हुए अपने भाई के नाम फ़र्म बनवाकर कई वर्षों से लाखों का वारा न्यारा किया है।आरोप है कि पिछले कई वर्षों से अवध किशोर एक ही स्थान पर तैनात हैं तथा उनके द्वारा कई फर्मों को पंजीकृत कराकर क्षेत्र में कराए जाने वाले कार्यों का भुगतान कर दिया जाता है। ग्राम रोजगार सेवक अवध किशोर पर आरोप है कि उनके द्वारा फ़र्मो पर बिल, वाउचर लगाकर भुगतान प्राप्त किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि पूर्व में भी इस मामले की शिकायत जिला अधिकारी रहे अविनाश कुमार से की थी जिसमें डीपीआरओ द्वारा जांच की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके बाद शिकायतकर्ता द्वारा अब लोकपाल को मामले की शिकायत की गई है जिसके बाद लोकपाल द्वारा ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी से पूरे मामले में आख्या तलब की है तथा मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों को भी मांगा है।नियमतः कोई भी ग्राम सेवक अपने किसी भी भाई और रिश्तेदार के नाम कोई भी फर्म को संचालित नहीं कर सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या लोकपाल के द्वारा जांच के बाद ग्राम सेवक के ऊपर कोई ठोस कार्यवाही होती है या एक बार फिर भ्रष्टाचार की फाइल को कहीं किसी कोने में दबा दिया जाएगा।