Hardoi News: अवैध स्टेंडों व ई रिक्शा चालको की मनमानी से चौराहों पर लगता जाम, शहरवासियों को नहीं मिली अब तक राहत

Hardoi News: हरदोई शहर में यातायात व्यवस्था में ई- रिक्शा व ऑटो चालकों की मनमानी शहरवासियों को भारी पड़ रही है।

Pulkit Sharma
Published on: 2 Feb 2024 12:20 PM GMT
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 ई-रिक्शा की भीड़ से बढ़ रहा जाम (Source: Social media )

Hardoi News: हरदोई शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दिन पर दिन बदहाल होती जा रही है। शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन शहर के प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति न बनी हो। जाम लगने से स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। जाम में घंटों स्कूली बस, एम्बुलेंस फसी रहती हैं। लगातार शहर को जाम से निजात दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन दिन पर दिन जाम बढ़ता जा रहा है। शहर में जाम लगने का सबसे प्रमुख कारण चौराहें से लेकर फुटपाथों तक फैले अतिक्रमण और नगर में ई रिक्शा चालकों की बढ़ती मनमानी है। ई रिक्शा कई बार अचानक ही ब्रेक लगा देते हैं। ऐसे में कई सड़क हादसे भी हो चुके हैं। चौराहा पर बेतरक़ीब ई रिक्शा खड़े होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। इसके साथ ही दुकानदारों द्वारा फुटपाथ पर सामान रख दिया जाता है जिसके चलते यातायात काफी प्रभावित होता है। नगर पालिका द्वारा समय-समय पर अभियान चला कर दुकानदारों को जागरूक करने व जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाती है लेकिन कुछ दिन बाद हालात जस के तस नजर आने लगते हैं।

यहाँ लगता है जाम

इस शहर का नुमाइश चौराहा सबसे व्यस्त चौराहा है। यहां पर चारों ओर ई-रिक्शा का जमघट लगा रहता है। इस चौराहे से होते हुए शाहजहांपुर की ओर आने-जाने वाली बसों का संचालन भी होता है। इसी के साथ कई अन्य मार्ग के लिए भी बसे इसी चौराहे से होते हुए जाती हैं। ऐसे में चौराहे के किनारे खड़े ई रिक्शा से जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं शहर के प्रमुख चौराहों में से एक सिनेमा चौराहा का भी यही हाल है। इस चौराहे पर अवैध रूप से प्राइवेट बस स्टैंड संचालित होता है। यहां बस रूक कर सवारियों को उतारती व चढ़ाती हैं। ऐसे में सवारियों को लेकर ई रिक्शा की भी भरमार चौराहे पर रहती है। इस चौराहे से लखनऊ आने वाले वाहन शहर के साथ-साथ शाहजहांपुर की ओर भी रवाना होते हैं। ऐसे में चौराहे पर काफी जाम की स्थिति बनी रहती है। इस चौराहे से एक मार्ग मुख्य बाजार की ओर जबकि दूसरा मार्ग रेलवे स्टेशन की ओर आता है। इस चौराहे से एक मार्ग शहर के धर्मशाला रोड की ओर भी जाता है। शहर के जिंदपीर चौराहे पर भी प्रतिदिन जाम लगा रहता है। जिन्दपीर चौराहे को लोग अब लखनऊ का हजरतगंज कहने लगे हैं। वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि जिन्दपीर चौराहे पर जाम न लगे ऐसा हो ही नहीं सकता। चौराहे पर जाम लगने का प्रमुख कारण लगातार भारी वाहनों का इस चौराहे से होते हुए शहर के अंदर प्रवेश करना हैं। इसके साथ ही जिन्दपीर चौराहे पर भी अवैध टैक्सी स्टैंड व बस स्टैंड संचालित होता है। यहां भी ई रिक्शा की मनमानी के चलते जाम भी लगता है और हादसे भी हो जाते हैं। चौराहे के चारों ओर अतिक्रमण भी देखने को मिल जाएगा जिस वजह से यह चौराहा प्रतिदिन जाम से घिरा रहता है।

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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