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Hardoi News: सीएम के आदेशों के बाद भी नहीं हटे अवैध टैक्सी स्टैंड, लाखों की होती है रोज वसूली!
Hardoi News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध टैक्सी स्टैंड को हटाने के निर्देश सभी जनपदों के ज़िलाधिकारियों को दिए गए थे, लेकिन हरदोई जनपद में सीएम के आदेश को दरकिनार कर लगातार अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित हो रहे हैं।
Hardoi News: जनपद में अवैध टैक्सी स्टैंड कमाई का मोटा जरिया बन चुके हैं। हरदोई में शहर से लेकर कस्बों तक कई अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित हैं। कई बार यह टैक्सी स्टैंड हादसे व विवाद का कारण बनते हैं। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध टैक्सी स्टैंड को हटाने के निर्देश सभी जनपदों के ज़िलाधिकारियों को दिए गए थे, लेकिन हरदोई जनपद में सीएम के आदेश को दरकिनार कर लगातार अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित हो रहे हैं। शहर की बात की जाए तो यहां जिंदपीर चौराहे, सिनेमा चौराहा, नुमाइश चौराहा, बिलग्राम चुंगी पर अवैध टैक्सी स्टैंड बदस्तूर संचालित हो रहे हैं। इन टैक्सी स्टैंड संचालकों को शासन का कोई भय नहीं है।
पुलिस, प्रशासन की आंखें बंद
शहर की सरकारी सड़कों पर चल रहे ऐसे टैक्सी स्टैंड लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पुलिस प्रशासन से सेटिंग के जरिए खुलेआम नियमों को दरकिनार कर ऐसे स्टैंड चलाए जाते हैं। लिहाजा, उनपर पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है। मुख्यमंत्री के मिले निर्देशों के बाद कुछ दिन तक तो जिला प्रशासन द्वारा यहां सख्ती दिखाई गई थी, लेकिन धीरे-धीरे एक बार फिर अवैध टैक्सी स्टैंड की गतिविधियां शुरू हो गईं।
अवैध टैक्सी स्टैंडों से लगता है जाम
जनपद में चल रहे अवैध टैक्सी स्टैंड संचालकों की दबंगई के चलते चौराहों पर जाम की स्थिति भी बन जाती है। शहर के जिन्दपीर चौराहे, सिनेमा चौराहे, नुमाइश चौराहे, बिलग्राम चुंगी पर अवैध टैक्सी स्टैंड के चलते प्रतिदिन जाम लग जाता है। जिसके चलते लोगों को घंटों धूप में ट्रैफिक जाम को झेलना पड़ता है। कई बार संगठनों ने इन पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिए। लेकिन उन ज्ञापनों को फाइलों में ही दबा दिया गया। हाल ही में हुए नगर चुनाव में भी जाम एक प्रमुख मुद्दा था। सूत्र बताते हैं कि नगर में संचालित अवैध स्टेंडों से लाखों रुपए की वसूली प्रति माह होती है। इन धनराशि से एक भी पैसा सरकारी खाते में नहीं जाता है। जब सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कह रही है तब यह पैसा किसके पास जा रहा है। इसकी चर्चा शहर में जोरों पर है। अवैध स्टेंडों से प्रत्येक गाड़ी का प्रत्येक दिन एक निर्धारित धनराशि अवैध स्टैंड संचालक वसूलता है।