Hardoi News: नदी संरक्षण के दावों की उड़ रहीं धज्जियां, कल्याणी नदी को पाटकर बना दिया नाला

Hardoi News: नदियों के संरक्षण, एनजीटी के निर्देशों, सरकारी योजनाओं के तमाम दावों के धज्जियां उड़ाते हुए भूमाफियाओं ने इस नदी को पाटकर नाले में तब्दील कर दिया है।

Pulkit Sharma
Published on: 23 May 2023 6:18 PM GMT
Hardoi News: नदी संरक्षण के दावों की उड़ रहीं धज्जियां, कल्याणी नदी को पाटकर बना दिया नाला
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kalyani river shrinking due to land mafia in Hardoi

Hardoi News: जनपद से गुजरने वाली कल्याणी नदी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। नदियों के संरक्षण, एनजीटी के निर्देशों, सरकारी योजनाओं के तमाम दावों के धज्जियां उड़ाते हुए भूमाफियाओं ने इस नदी को पाटकर नाले में तब्दील कर दिया है।

जलीय जीवों के अस्तित्व पर संकट

हरदोई से होकर गुजरने वाली कल्याणी नदी में भीषण गर्मी में जीव जंतुओं का कल्याण नहीं कर पा रही है। जिसकी वजह इसपर भू-माफियाओं की निगाह है। भू-माफियाओं द्वारा कल्याणी नदी को पाटकर उसपर खेती व मकान तक का निर्माण करा लिया गया है। शहर के पुराने लोग बताते हैं वर्षों पहले यह कल्याणी नदी जीव जंतुओं के साथ किसानों को भी राहत देने का कार्य कर रही थी। इसमें छोटे जलीय जीव, मछलियां आदि थीं, जो अब गायब हो चुके हैं। किसान कल्याणी नदी के पानी से खेती की सिंचाई का कार्य करते थे लेकिन अब यह नदी धीरे-धीरे विलुप्त होने की कगार पर आ गई है। नदी का आकार दिन प्रतिदिन सिकुड़ता जा रहा है। इसका कारण है कि भू माफियाओं द्वारा धीरे-धीरे नदी को पाटने का कार्य किया जा रहा है। यदि इसपर अंकुश न लगा तो जल्द ही कल्याणी नदी का अस्तित्व हरदोई जनपद से समाप्त हो जाएगा।

कानपुर के बिठूर में जाकर गंगा से मिलती है कल्याणी नदी

यह नदी हरदोई जनपद से होते हुए कानपुर के बिठुर तक जाती है। इस नदी की कुल लंबाई 80 किलोमीटर है, जिसका आठ किलोमीटर का भाग हरदोई जनपद में आता है। मधोवगंज थाना क्षेत्र के गौरा गांव के दक्षिण में स्थित झील से निकली कल्याणी नदी कानपुर के बिठूर में गंगा नदी में मिलती है। माधवगंज मल्लावां क्षेत्र के करीब आठ किलोमीटर में यह नदी काजीपुर, नई बस्ती, महनेपुर, सुमेरपुर लच्छीपुर, मीरनगर, नारायणमऊ, फतेपुर, करवा, सोतहइया, शाहपुरगंगा गांव के आसपास से गुजरती उन्नाव के गंजमुरादाबाद के गांव लोनारी में प्रवेश कर जाती है। इनमें से कई स्थानों पर नदी गायब हो चुकी है तो कहीं पर छोटे नाले में नदी तब्दील हो गई है। कई जगह तो नदी को पाटकर मकान तक बना लिए गए हैं।

तीन दशक पहले था अविरल प्रवाह

करवा के किसान अजीत सिंह बताते हैं कि तीन दशक पहले तक नदी का पानी साफ सुथरा था। इसी नदी में गर्मियों के मौसम में जानवरों को नहलाया जाता था। सुमेरपुर गांव निवासी गुड्डू सिंह कहते हैं कि इसी नदी में गर्मियों में पशु,पक्षी और जंगली जीव प्यास बुझाते थे। महनेपुर निवासी नरेंद्र बताते हैं कि नदी पर कब्जे की वजह से अधिक बरसात होने पर पानी किसानों की फसलों में भर जाता है।

यह बोले क्षेत्रीय विधायक

कल्याणी नदी को लेकर भाजपा विधायक आशीष सिंह आशु ने बताया कि कल्याणी नदी को मूल रूप में लाने के लिए वह डीएम से लेकर शासन स्तर पर बात करेंगे। जल्द से जल्द नदी की खुदाई कराकर नदी को मूल रूप में लाने की कोशिश की जाएगी।

Pulkit Sharma

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