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Hardoi News: खान मुबारक का शव लेने पहुँची बहन, बोली-अल्लाह की देन थी अल्लाह ने ले ली, वकील ने भी कही यह बड़ी बात
Hardoi News: बहन ने कहा कि उसका भाई बीमार नहीं था। कुछ कहे क्या फायदा जब कुछ होना ही नहीं है। मेरा भाई दिल का मरीज नहीं था।
Hardoi News: हरदोई जेल में बंद छोटा राजन गैंग के प्रमुख सदस्य खान मुबारक की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारी इस मामले पर ज्यादा कुछ बोलने को राजी नहीं हैं। पुलिस द्वारा खान मुबारक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों को भी मौत की सूचना दे दी गई थी जिसके बाद देर रात खान मुबारक की बहन व खान मुबारक का वकील शव लेने हरदोई पहुंचे। खान मुबारक के परिजनों के आने की सूचना पर भारी संख्या में पुलिस बल मर्चरी में लगा दी गई थी। देर रात हरदोई पहुंची खान मुबारक की बहन ने तमाम कागजी कार्रवाई के बाद अपने भाई के शव को अपनी सुपुर्दगी में लिया। हरदोई जिला कारागार में बंद खान मुबारक लगभग 3 वर्षों से जिला कारागार में बंद चल रहा था। चिकित्सकों का कहना है कि वह गंभीर निमोनिया का शिकार था जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ जाने से उसकी मौत हो गई। हालांकि परिजनों ने इस मामले पर ज्यादा बोलने से साफ इनकार कर दिया।
बहन ने कहा बीमार नहीं था भाई
देर रात हरदोई लखनऊ राजमार्ग स्थित मर्चरी में खान मुबारक की बहन नाजमीन अख्तर व वकील खान मुबारक का शव लेने अपने निजी वाहन से पहुंचे थे। नाजमीन अख्तर ने कहा अल्लाह की चीज थी अल्लाह ने ले ली।खान मुबारक की बहन ने मीडिया के लगातार पूछने पर कुछ ना कहने की बात कहती आ रही थी। खान मुबारक की बहन ने कहा कि उसका भाई बीमार नहीं था। कहा कि कुछ कहे क्या फायदा जब कुछ होना ही नहीं है। बहन ने कहा कि मेरा भाई दिल का मरीज नहीं था। काफी साल हो गए थे भाई को बिना देखे। हम बस भाई के शव को सही सलामत घर लेकर पहुंच जाएं यही कहना चाहते हैं।
क्या बोला खान मुबारक का वकील, कह दी यह बड़ी बात
खान मुबारक का शव लेने बहन नाजमीन अख्तर के साथ उनके अधिवक्ता बलराम पटेल की पहुंचे थे। बलराम पटेल ने कहा कि जिस समय खान मुबारक की मौत हुई वह न्यायालय में थे और उन्हें फोन पर परिजनों द्वारा खान मुबारक की मौत हो जाने की जानकारी प्राप्त हुई। खान मुबारक के घर पर कोई है नहीं। उनके बड़े भाई जफर सुपारी जेल में हैं। मुबारक के वकील ने कहा कि 29 तारीख को जब खान मुबारक पेशी पर आए थे तब उनकी तबीयत ठीक थी बाकी जब 2 तारीख को खान मुबारक पेशी पर आते हैं तब अपने पैर में दिक्कत बताते हैं। वकील ने कहा कि खान मुबारक ने बताया था कि जेल मोआयने में आए पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर पैर में शिकायत की समस्या मुबारक द्वारा बताई गई थी। खान मुबारक ने अधिवक्ता को बताया था कि पुलिस अधीक्षक द्वारा कहा गया था कि उनका इलाज हो जाएगा। सोमवार को खान मुबारक की पेशी थी जिस पर उनको नहीं लाया गया। लापरवाही के मामले पर खान मुबारक के वकील बलराम पटेल ने कहा कि जो उनकी जानकारी में था वह उन्होंने बता दिया।
क्या बोले पुलिस के अधिकारी
सीओ बघौली विकास जायसवाल ने बताया कि जिला कारागार में निरुद्ध बंदी खान मुबारक जिसके एक बीमारी के कारण मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को उनके परिजनों उनकी बहन को सुपुर्द कर दिया गया है और उनको सुरक्षा के साथ यहां से रवाना कर दिया गया है।