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Hardoi News: दो साल से बनकर खड़ा कूड़ा निस्तारण सेन्टर बहा रहा अपनी बदहाली पर आँसू, दो वर्ष में भी नही लग पायी मशीनें
Hardoi News Today: साल 2023 में कार्यवाही संस्था ने नगरीय निकाय को कूड़ा निस्तारण के लिए बनवाया गया भवन को सौंप दिया गया लेकिन भवन बनने के बाद अब तक मशीनों को भवन में स्थापित नहीं किया जा सका है।
Hardoi News in Hindi: हरदोई शहर के कूड़े निस्तारण को लेकर नगर पालिका पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। हरदोई शहर के वार्डो से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए बने भवन में अब तक मशीनों को नगर पालिका की ओर से नहीं लगाया जा पाया है। मशीनों को लगाना तो दूर की बात रही अब तक मशीनों की खरीद तक नगर पालिका की ओर से नहीं हुई है। जबकि कूड़ा निस्तारण के लिए केंद्र 2020-21 में बनकर खड़ा हो गया था लेकिन 2 साल से बीतने के बाद भी नगर पालिका की ओर से कूड़ा निस्तारण का कोई भी व्यापक प्रबंध नहीं किया गया है। समय-समय पर स्वच्छता को लेकर अभियान चलाने वाली नगर पालिका स्वच्छता को लेकर कितने जागरूक है यह इससे साफ समझ भी जा सकता हैं। शहर से निकलने वाला कूड़ा शहर से कुछ दूरी पर डंप कर दिया जाता है जिसके चलते उसे राह से निकलने वाले ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण बताते हैं कि कूड़ा डंप होने से उसमें से उठने वाली दुर्गंध से आसपास के क्षेत्र के लोगों का सांस लेना दुर्भर हो गया है।
अब तक मशीनो की भी नही हुई है खरीद
हरदोई नगर पालिका द्वारा वर्ष 2021-22 में करीब 5 करोड़ की लागत से कार्यवाही संस्था सी एंड डी एस को कूड़ा निस्तारण भवन के निर्माण का जिम्मा दिया गया था। साल 2023 में कार्यवाही संस्था ने नगरीय निकाय को कूड़ा निस्तारण के लिए बनवाया गया भवन को सौंप दिया गया लेकिन भवन बनने के बाद अब तक मशीनों को भवन में स्थापित नहीं किया जा सका है। यहां तक की अभी तक कूड़ा निस्तारण के लिए प्रयोग में लिये जाने वाली मशीनों की खरीद तक नगर पालिका की ओर से नहीं हो पाई है।ऐसे में दो वर्ष से बनकर खड़ा भवन किसी काम का साबित नहीं हो रहा है साथ ही सरकारी धन का भी भवन निर्माण में जो प्रयोग हुआ वह भी व्यर्थ जा रहा है। आलम यह है कि हरदोई के शहर के अंदर ही प्रमुख मार्गों पर नगर पालिका की ओर से बनाए गए कूड़ा डंपिंग यार्ड में कूड़ा पड़ा रहता है जिससे शहर में स्वच्छता कितनी है और कितने जिम्मेदार नगर पालिका के अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी हैं इससे साफ समझ जा सकता है।